scorecardresearch
 

PM मोदी तीसरी बार पहुंचे AIIMS, जाना पूर्व पीएम वाजपेयी का हाल

पूर्व पीएम वाजपेयी के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में फिलहाल अस्पताल की ओर से कोई ताजा बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि उनकी हालत में कुछ सुधार हो रहा है जबकि वह अब भी कार्डियो थोरेसिक सेंटर के गहन चिकित्सा कक्ष में हैं.

Advertisement
X
पीएम मोदी और अटल बिहार वाजपेयी
पीएम मोदी और अटल बिहार वाजपेयी

Advertisement

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) जाकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहार वाजपेयी का हाल जाना. एम्स और सफदरजंग अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं एवं योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद मोदी बुजुर्ग नेता वाजपेयी से मिलने पहुंचे. इससे पहले उन्होंने रविवार यानी 24 जून को वाजपेयी की सेहत का जायजा लिया था.

पूर्व पीएम वाजपेयी के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में फिलहाल अस्पताल की ओर से कोई ताजा बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन बताया जा रहा है कि उनकी हालत में कुछ सुधार हो रहा है जबकि वह अब भी कार्डियो थोरेसिक सेंटर के गहन चिकित्सा कक्ष में हैं. किडनी में संक्रमण, छाती में संकुलन और पेशाब कम होने के चलते 93 वर्षीय पूर्व प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता वाजपेयी को बीते 11 जून को अस्पताल में भर्ती कराया गया था.

Advertisement

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से लेकर बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी के अलावा पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, संघ प्रमुख मोहन भागवत समेत कई हस्तियों ने एम्स जाकर वाजपेयी के सेहत का जायजा लिया था.

पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के एम्स में भर्ती होने के बाद अस्पताल की सुरक्षा भी कड़ी कर दी गई है. लगातार वीवीआईपी लोगों के आने की वजह से पुलिस ने सुरक्षा को और चौकस कर दिया है.

बता दें कि अटल बिहारी वाजपेयी डिमेंशिया नाम की गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं. वह 2009 से ही व्हीलचेयर पर हैं.

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनकी सरकार का विजन कम खर्च पर देश के हर व्यक्ति को इलाज सुनिश्चित करना तथा बीमारी के कारणों को खत्म करना है और पिछले चार वर्षो में इसी दिशा में कदम उठाये गए हैं. एम्स और सफदरजंग अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं एवं योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, 'हम सिर्फ पत्थर जड़ने नहीं आए है बल्कि बदलाव के लिये आए हैं. हम जो कर सकते हैं, वहीं कहते हैं.'

Advertisement
Advertisement