दिल्ली में 11 मार्च से होने जा रहे श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम 'वर्ल्ड कल्चरल फेस्टिवल' के इंतजामों पर दिल्ली पुलिस ने भी सवाल उठाए हैं.
इसकी रिपोर्ट शहरी विकास मंत्रालय, आर्ट ऑफ लिविंग, उपराज्यपाल और दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को भेज दी गई थी. डीसीपी रेंक के अफसर द्वारा बनाई गई इस जांच रिपोर्ट में कार्यक्रम की तैयारी और सुरक्षा इंतजामों पर गंभीर सवाल उठाए हैं.
सेना कर रही है पीपे के पुलों का निर्माण
सात पीपे के पुल बनाने का वादा किया गया था जबकि अब तक एक ही तैयार हो पाया है. दूसरे पीपे के पुल को तैयार करने का काम जारी है. यह काम सेना कर रही है. एक पीपे के पुल को एक घंटे में ज्यादा से ज्यादा 15 हजार लोगों द्वारा इस्तेमाल किया जा सकता है. जबकि इस कार्यक्रम में आने वाले लोगों की संख्या इससे कहीं ज्यादा 2.5 और तीन लाख के करीब आंकी जा रही है.
बड़े हादसे की आशंका
जांच रिपोर्ट बनाने वाले अफसर का कहना है कि भगदड़ या भीड़-भाड़ की स्थिति में लोगों के नदी में गिरने की आशंका जताई है. उन्होंने ये भी बताया है कि पार्किंग एरिया भी सही तरीके से तैयार नहीं किया गया है. पार्किंग तक जाने वाला रोड भी सही नहीं है.
मुख्य स्टेज का ढांचा भी सही नहीं
जांच रिपोर्ट में मुख्य स्टेज के ढांचे पर भी सवाल उठाया गया है. जानकारी मिली है कि मार्च की पहली तारीख तक CPWD, DDA और PWD की ओर से कोई इस कार्यक्रम के लिए बनाए जा रहे स्टेज को मंजूरी नहीं दी गई.
पीएम भी करेंगे कार्यक्रम में शिरकत
श्री श्री रविशंकर के कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिरकत करेंगे. उनकी सुरक्षा टीम ने भी इस कार्यक्रम में सुरक्षा पर सवाल उठाए हैं. वरिष्ठ अधिकारियों का कहना है कि इस कार्यक्रम की अनुमति लेने के लिए दी गई अर्जी प्राप्त हुई है लेकिन इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया गया है.