बहुचर्चित दिल्ली गैंगरेप केस में चारों दोषियों को कोर्ट से फांसी की सजा मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने राहत की सांस ली है. पुलिस ने कहा कि इस मामले में जुटाए गए सबूतों को कोर्ट के सामने बेहतर तरीके से रखा गया, जिसकी अदालत ने भी तारीफ की.
साउथ वेस्ट दिल्ली के ज्वाइंट सीपी विवेक गोगिया ने मीडिया से कहा कि इस कामयाबी को आगे भी जारी रखना है.
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केस की पड़ताल के बारे में विवेक गोगिया ने कहा कि पुलिस ने चार्जशीट तैयार करने पर खासा ध्यान दिया. महज 17 दिन में पूरी चार्जशीट कोर्ट में पेश की गई. शुरुआती जांच में कोशिश थी कि सबूत नष्ट न हों. इसमें साइंटिफिक टीम ने काफी मदद की.
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विवेक गोगिया ने कहा कि इस केस से सबक लेते हुए दूसरे केसों में भी तेज कार्रवाई शुरू की गई है. परंतु उन्होंने कहा कि हर केस में इतना मजबूत सबूत उपलब्ध नहीं हो पाएंगे. उन्होंने भरोसा दिलाया कि हर केस में प्रोफेशल तरीके से ही जांच होगी.
गौरतलब है कि दिल्ली की साकेत अदालत ने चारों दोषियों- मुकेश शर्मा, विनय शर्मा, अक्षय ठाकुर और पवन गुप्ता को फांसी की सजा सुनाई है. अदालत ने मामले को 'रेयरेस्ट ऑफ रेयर' श्रेणी में रखते हुए फैसला सुनाया. 1200 पन्नों की चार्जशीट, 86 गवाहियां और 243 दिनों की सुनवाई के बाद आखिरकार वह फैसला आया, जिसका इंतजार पूरे देश को था.