दिल्ली पुलिस ने अक्टूबर के आखिर में दिल्ली में ‘कार-फ्री डे’ कार्यक्रम मनाने की केजरीवाल सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को यह कहते हुए मंजूरी देने से इनकार कर दिया कि सरकार ने इसे लेकर कोई फैसला करने से पहले पुलिस बल से ‘पूर्व विचार विमर्श’ नहीं किया.
मुख्य सचिव के के शर्मा को लिखी अपनी चिट्ठी में पुलिस उपायुक्त बी एस बस्सी ने कहा कि कार्यक्रम मनाने के लिए 22 अक्टूबर का दिन चुनना जिस दिन लोग दशहरा मनाएंगे, ‘जल्दबाजी में लिया गया काफी अव्यवहारिक कदम’ लगता है. दिल्ली पुलिस और AAP सरकार के बीच इससे पहले भी कई मुद्दों पर विवाद रहा है. इस कदम से दोनों पक्षों के बीच नए सिरे से टकराव बढ़ सकता है. अरविन्द केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार लाल किला और इंडिया गेट के बीच पड़ने वाले रास्ते पर ‘कार-फ्री डे’ मनाना चाहती है.
परिवहन मंत्री गोपाल राय ने कहा कि ‘कार फ्री डे’ के रास्ते में ‘राजनीतिक अहं’ नहीं आना चाहिए क्योंकि इसका उद्देश्य लोगों को सार्वजनिक परिवहन के इस्तेमाल के लिए प्रेरित करना और दिल्ली की हवा को स्वच्छ बनाने के लिए प्रदूषण का स्तर कम करना है. सूत्रों ने कहा कि राय जल्द ही उपराज्यपाल नजीब जंग से मिलकर पुलिस के ‘अनुचित’ रूख का मुद्दा उठा सकते हैं. बस्सी ने अपनी चिट्ठी में लिखा, ‘आश्चर्यजनक रूप से इस तरह का कोई कार्यक्रम आयोजित करने को लेकर फैसला लेने से पहले या प्रस्तावित तारीख की उपयुक्तता को लेकर दिल्ली पुलिस से कोई पूर्व विचार विमर्श नहीं किया गया.’
-इनपुट भाषा