एक तरफ जहां दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल दिल्ली को प्रदूषणमुक्त करने के लिए तरह तरह के आइडिया लेकर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ एक चौंका देने वाली बात सामने आई है.
सरकार जिस दिन जनता से 'कार फ्री डे' की गुजारिश कर रही है, ठीक उसी दिन दिल्ली का प्रदूषण स्तर दोगुना नजर आया. जी हां और इसके पीछे कारण बताया जा रहा है वो ट्रैफिक जाम को गाड़ियों को बीच रास्ते में रोकने की वजह से हुआ.
मंगलवार 22 दिसंबर को देश की राजधानी दिल्ली में कार फ्री डे होना था. प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए जबसे यह मुहिम चलाई गई है तबसे यह तीसरा कार फ्री डे था, लेकिन साथ ही यह ऑफिस और स्कूल-कॉलेज जाने वालों के लिए नॉर्मल वर्किंग डे भी था. इसलिए इसके रिजल्ट्स पर खासा ध्यान दिया जा रहा था. जो दिल्ली सरकार यह दावा करती है कि कार फ्री डे की मुहिम प्रदूषण कम करने में कारगर है, वो यह जानकार दंग रह गई कि इस दिन प्रदूषण का स्तर दोगुना हो गया था. इसका सबसे बड़ा कारण वो ट्रैफिक जैम था जो गाड़ियों को बीच रास्ते में रोकने से हुआ था.
मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया अपने काम पर जाते वक्त साइकिल चलाते देखे गए. लेकिन सुबह 8 बजे से शाम के 4 बजे तक लक्ष्मी नगर मेट्रो स्टेशन, निर्माण विहार मेट्रो स्टेशन और प्रीत विहार रेड लाइट पर जो प्रदूषण स्तर मॉनिटर किया गया वो सोमवार (21 दिसंबर) से कहीं ज्यादा था.