दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण की समस्या का तत्काल समाधान होता नहीं दिख रहा है. दिल्ली की जहरीला हवा पर सियासत भी तेज हो गई है. केंद्र सरकार ने 80 फीसदी प्रदूषण के लिए दिल्ली को जिम्मेदार ठहराया है. वहीं एनजीटी ने हेलिकॉप्टर से पानी छिड़काव का फरमान सुनाया है. प्रदूषण पर आठवें दिन जागी दिल्ली सरकार ने एक हफ्ते के लिए किसी भी तरह के निर्माण और ढाहने की गतिविधि पर रोक लगा दी है. इसके अलावा 15 साल पुरानी डीजल गाड़ियों का रजिस्ट्रेशन रद्द करने का भी काम भी शुरू कर दिया गया है. शादी में आतिशबाजी भी बैन कर दी गई है. लेकिन दिल्लीवासियों को इस जहरीला हवा से कब मुक्ति मिलेगी, यह कह पाना आसान नहीं है.
स्मॉग की जद में आए लाहौर-कराची
दिल्ली-एनसीआर में हफ्ते भर से छाया स्मॉग पड़ोसी मुल्क तक पहुंच गया है. पंजाब से सटे पाकिस्तान के लाहौर और कराची में 'स्मॉग बम' से सभी हैरान हैं. बीते तीन-चार दिनों से लाहौर शहर के आसमान में धुंध की तरह छाई है. लोगों ने आंखों में खुजली और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की है.
पाकिस्तान की शिकायत है कि भारत के पंजाब में किसान अपने खेतों में फसलें कटने के बाद बचा-खुचा भूसा खेतों में जला देते हैं. इस वजह से पाकिस्तान के पंजाब प्रांत और कराची समेत देश के तमाम औद्योगिक शहरों में स्मॉग का कहर है.
पंजाब के मुख्यमंत्री शहबाज शरीफ ने स्मॉग को गंभीरता से लेते हुए मौसम के हालात पर नजर रखने के लिए एक कमेटी का गठन भी किया है. पंजाब की सरकार स्मॉग से स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों और सड़क हादसों के मद्देनजर स्कूल बंद करने पर भी विचार कर रही है.
लंदन जैसी हालत न हो जाए दिल्ली की
दिल्ली और एनसीआर में छाई धुंध और वायु प्रदूषण ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. हवा बेहद जहरीली हो चुकी है. अगर हालात जल्द सुधरे तो लंदन जैसे हालात बन सकते हैं. दिल्ली की हवा की क्वॉलिटी निचले स्तर पर पहुंच गई है. हवा में मौजूद कई किस्म के छोटे कण वैसे ही खराब हैं, जैसे 1952 में लंदन में हुए थे.
लंदन में पांच दिसंबर से नौ दिसंबर 1952 तक जबरदस्त वायु प्रदूषण की स्थिति रही. स्मॉग की वजह से हालात इतने बिगड़ गए कि करीब 4 हजार लोग इसकी चपेट में आकर मारे गए थे. बताया जाता है कि उस घटना के दौरान 10 से 12 हजार लोग प्रभावित हुए थे.
चीन की राजधानी बीजिंग में भी कुछ वर्षों से ऐसे हालात पैदा हो रहे हैं. यहां ठंड के मौसम में हर साल स्मॉग की स्थिति बन जा रही है. हालत यह है कि बीजिंग की गिनती चीन के सबसे प्रदूषित शहरों में टॉप पर होने लगी है. हालांकि चीन की सरकार ने प्रदूषण से बचने के लिए कई कदम उठाए हैं.
दिल्ली कैसे पहुंचा पंजाब का धुंआ?
दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग की हालत बनी तो इसके लिए पंजाब-हरियाणा और आसपास के राज्यों के किसानों पर दोष मढ़ा गया. कहा जा रहा है कि किसान खेतों में फसल कटने के बाद बचे ढेर (पराली) जला रहे हैं, इस वजह से वायु प्रदूषित हुई है. नासा ने भी हाल में कुछ तस्वीरें जारी हैं जिसमें पंजाब की खेतों में लगी आग को दिखाया गया है.
लेकिन यहां गौर करने वाली बात यह है कि 16 अक्टूबर से हवा का रुख पाकिस्तान और राजस्थान की ओर है. ऐसे में पंजाब के खेतों में जलने वाली पराली से दिल्ली में प्रदूषण कैसे बढ़ सकता है.
दिल्ली-एनसीआर की खराब हुई हवा के लिए पड़ोसी राज्यों के खेतों में लगाई गई आग ही अकेले जिम्मेदार नहीं है. दिल्ली-एनसीआर में सड़कों पर दौड़ती डीजल की गाड़ियां, फैक्ट्रियों से निकलने वाला धुंआ और दिवाली के मौके पर हुई जमकर आतिशबाजी का भी वायु प्रदूषण में बहुत बड़ा हाथ है.
इन 5 तरीकों से कम होगा प्रदूषण
प्रदूषण से होने वाले स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं को देखते हुए दिल्ली-एनसीआर में स्कूल तक बंद करा दिए गए हैं. वैसे इस प्रदूषण को अचानक से तो कम नहीं किया जा सकता है लेकिन कुछ तरीकों से इसे कम जरूर किया जा सकता है.
1. नकली बारिश
क्लॉउड सीडिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें एक रॉकेट की सहायता से आसमान में कुछ केमिकल छोड़े जाते हैं. ये केमिकल आसमान में जाकर रिएक्ट करते हैं और बारिश होती है.
2. स्मॉग हटाने वाली मशीन
नीदरलैंड के एक डिजाइनर ने प्रदूषण को कम करने की सबसे बड़ी मशीन तैयार की है. यह मशीन 1 घंटे में 30000 मीटर क्यूबिक एरिया को स्मॉग फ्री कर देती है.
3. वैक्यूम क्लीनिंग से भगाओ धूल
वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करके भी आप काफी हद तक प्रदूषण को कम करने में मदद कर सकते हैं. पिछले साल दिसंबर में चीन में एक व्यक्ति वैक्यूम क्लीनर लेकर सड़क पर निकला था और 100 दिन में उसने जो धूल-मिट्टी आदि जमा किए थे, उससे बाद में एक ईंट बनाई गई.
4. पानी का छिड़काव
उड़ती धूल पर अगर पानी डाल दिया जाए तो ये आसानी से जमीन पर बैठ जाती है और हवा में भी ठंडक आ जाती है. इसीलिए अगर रोजाना घर के आसपास इसका छिड़काव किया जाए तो काफी हद तक स्मॉग को कम करने में मदद मिल सकती है.
5. ढंके हुए पार्क में ताजी हवा
लंदन के आर्किटेक्चर और एक डिजाइन फर्म ने ऐसे पार्क का डिजाइन तैयार किया है जो प्रदूषण फ्री होंगे. उनकी वेबसाइट के अनुसार, ये पार्क पूरी तरह ढंके होंगे और इनमें बने बोटैनिकल गार्डन से यहां आने वालों को एकदम ताजा हवा मिलेगी.