राजधानी की दमघोंटू हवा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने सख्ती बरती है. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि दिल्ली में ऑड-ईवन लागू होने से वायु प्रदूषण पर असर नहीं हुआ है. इसके अलावा केंद्र सरकार को कहा कि दिल्ली में एयर प्यूरीफायर टॉवर लगाने को लेकर रोड मैप तैयार करे.
शुक्रवार को कोर्ट ने बढ़ते प्रदूषण को लेकर पंजाब, हरियाणा, यूपी और दिल्ली सरकार के मुख्य सचिवों को तलब किया है. साथ ही कहा कि पंजाब, हरियाणा, यूपी में अभी भी पराली जलाई जा रही है. इसकी सैटेलाइट इमेज भी है. सभी मुख्य सचिवों को हलफनामा 25 नवंबर तक दायर करना है और 29 नवंबर को कोर्ट में पेश होना है.
केजरीवाल ने पड़ोसी राज्यों को जिम्मेदार ठहराया
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को ऑड-ईवन पर प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि सोमवार को इस मसले पर फैसला लिया जाएगा कि इसे बढ़ाया जाए या नहीं. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली में जो प्रदूषण फैल रहा है, उसके लिए हरियाणा-पंजाब में जलाई जा रही पराली जिम्मेदार है.
दिल्ली-एनसीआर में राहत के आसार नहीं
दिल्ली वालों की सांस की आफत अभी बनी रहेगी. स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बुरी हवा से शनिवार यानी 16 नवंबर तक राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है क्योंकि बादल छाए रहेंगे, हवाएं शांत रहेगी और तापमान कम बना रहेगा. ऐसे में धुंध दिल्ली-एनसीआर के ऊपर ही लटकी रहेगी.