केंद्र की मोदी सरकार की तरफ से विशेष संपर्क अभियान में समर्थन और सहयोग की पेशकश उस शख्स से भी की गई जो ना केवल मकोका आरोपित रह चुका है बल्कि उस पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. इस अभियान के तहत गृह मंत्री राजनाथ सिंह को कार्यक्रम में पहुंचना था, लेकिन किसी कारणवश वह नहीं आ पाए.
पुरानी दिल्ली के डेविड लेन स्थित मोहर सिंह पहलवान के घर दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी पहुंचे और बीजेपी सरकार के 4 साल का रिपोर्ट कार्ड दिया. साथ ही मोहर सिंह से कहा कि वो जो भी सुझाव देंगे वो प्रधानमंत्री तक पहुंचाएंगे. तिवारी ने मोहर सिंह से समर्थन मांगा.
केजरीवाल से बड़ा आरोपी कौन हो सकता है: तिवारी
मनोज तिवारी ने कहा कि मोदी सरकार की तरफ से विशेष संपर्क के तहत उन लोगों के पास जा रहे जिन्होंने कौशल, बुद्धि विचार से समाज में स्थान बनाया और समाज के गौरव हैं. आजतक ने जब मकोका आरोपित होने का बात कही तो तिवारी बोले कि दिल्ली के मुख्यमंत्री से बड़ा कौन आरोपी हो सकता है जिनके ऊपर भ्रष्टाचार, व्यभिचार और हवाला के आरोप लगे, मारपीट के आरोप लगे. जब आरोपी होने के बाद भी केजरीवाल मुख्यमंत्री बने हो सकते हैं और कानून जब तक किसी को दोषी न घोषित कर दें तब तक हम उस आदमी के समाज मे जो प्रतिष्ठा है उसके आधार पर जाएंगे.
आपराधिक रिकॉर्ड के बारे में पूछे जाने पर मोहर सिंह पहलवान ने दावा किया कि उनके ऊपर किसी का 100 रुपए जुर्माना भी नहीं है. उनके ऊपर जितने भी केस लगे हैं सभी में जॉइंट कमिश्नर रैंक के अफसरों में कोर्ट ने 20,000 जुर्माना लगाया हुआ है. पुलिसवाले किसी भी केस में अपील पर नहीं गए.
मोहर सिंह ने कहा कि गुहाना कांड में केंद्र और हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी. उन्हें मकोका में भी बंद किया. साढ़े 9 साल जेल में रखने के बाद बरी कर दिया. बीजेपी आई तो मैं जेल से बाहर आया. दिल्ली पुलिस और सारी एजेंसी को चैलेंज किया कि एक भी केस में वो साबित करके दिखा दें. बता दें कि वर्तमान में मोहर सिंह पहलवान बाल्मीकि जन्म उत्सव कमेटी के अध्यक्ष हैं.