सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद गुरुवार को फिर दोनों वार्ताकार साधना रामचंद्रन और संजय हेगड़े प्रदर्शनकारियों से बातचीत करने शाहीन बाग पहुंचे. हालांकि इससे पहले दोनों वार्ताकारों ने मीडिया की मौजूदगी को देखते हुए वहां आने से मना कर दिया था, लेकिन थोड़ी देर बाद मंच पर आ गए. इस दौरान वार्ताकार साधान रामचंद्रन ने कहा कि हम चाहते हैं रास्ता भी खुले और आंदोलन भी चलता रहे. अगर बात नहीं बनी तो मामला फिर सुप्रीम कोर्ट जाएगा.
वार्ताकार साधना रामचंद्रन ने कहा कि आप ने हमें बुलाया था, इसलिए हम आए हैं. आप लोगों के जो मुद्दे हैं वो सुप्रीम कोर्ट पहुंचे चुके हैं. आपके सवाल सुप्रीम कोर्ट के सामने हैं. सुप्रीम कोर्ट में CAA पर सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट मानता है कि आंदोलन आपका हक है. शाहीन बाग है और शाहीन बाग बरकरार रहेगा. हमें कोर्ट ने सड़क को लेकर बातचीत के लिए भेजा है.
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शाहीन बाग का प्रदर्शन देश के लिए मिसाल होः हेगड़े
वार्ताकार संजय हेगड़े ने कहा कि प्रदर्शन से किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए. हम चाहते हैं कि शाहीन बाग का प्रदर्शन देश के लिए मिसाल हो. जब तक सुप्रीम कोर्ट है आपकी बात सुनी जाएगी. आप पिछले 2 महीनों से बैठे हुए हैं, हम भारत में एक साथ रहते हैं ताकि दूसरों को असुविधा न हो.
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बुधवार को बातचीत बनेतीजा रही
बता दें कि बुधवार की बातचीत बेनतीजा रही थी.आज नई उम्मीदों से बात आगे बढ़ी है, लेकिन सवाल है कि क्या बातचीत किसी मंजिल तक पहुंचेगी? वार्ताकार प्रदर्शनकारियों को समझा रहे हैं कि आंदोलन तो हक है लेकिन ट्रैफिक रुकने से आम लोगों को दिक्कतों को भी समझना होगा.