दिल्ली सरकार की कैबिनेट ने ओलंपिक सहित, एशियाई खेलों, राष्ट्रमंडल खेलों और पैरा खेलों में उपलब्धियों के लिए राष्ट्रीय राजधानी के असाधारण खिलाड़ियों को पुरस्कार स्वरूप दी जाने वाली नकद राशि में तीन गुना बढ़ोतरी करने को मंजूरी दी है. यह बदलाव अप्रैल, 2018 के बाद होने वाले सभी टूर्नामेंट के लिए लागू होंगे.
दरअसल इस समय ओलंपिक खेलों और पैरालंपिक खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार एक करोड़ रुपये का पुरस्कार देती है. जिसे बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये कर दिया गया है. वहीं रजत पदक विजेताओं को मिलने वाली 50 लाख रुपये की राशि बढ़ाकर दो करोड़ रुपये कर दिया गया है. जबकि कांस्य पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि 30 लाख रुपये से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये कर दी गई है.
इसी के साथ एशियाई और पैरा एशियाई खेलों में स्वर्ण जीतने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली पुरस्कार राशि 20 लाख रुपये से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये किया गया है. जबकि रजत पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि 14 लाख रुपये से बढ़ाकर 75 लाख रुपये और कांस्य पदक विजेताओं की पुरस्कार राशि 10 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये कर दी गई है.
वहीं राष्ट्रमंडल खेलों और पैरा खिलाड़ियों के राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले खिलाड़ियों की पुरस्कार राशि 14 लाख रुपये से बढ़ाकर 50 लाख रुपये और रजत जीतने वालों को अब 10 लाख रुपये की बजाए 40 लाख रुपये. जबकि कांस्य पदक विजेताओं को छह लाख रुपये की बजाए 30 लाख रुपये दिए जाएंगे.
वहीं हरियाणा सरकार ने भी एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले हरियाण के खिलाड़ियों को 3 करोड़ रुपये और रजत पदक जीतने वाले को 1.5 करोड़ और कांस्य पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को 75 लाख रुपये देने की घोषणा की है. हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि सरकार सभी स्वर्ण पदक विजेताओं को हरियाणा पुलिस सेवा और हरियाणा सिविल सेवा में नौकरी देगी और रजत पदक विजेताओं को क्लास वन अफसर की नौकरी देगी.