कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हल्ला बोलने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे. बुधवार को राहुल ने दावणगेरे में व्यापारियों के साथ बैठक में मोदी सरकार की आर्थिक नीतियों पर निशाना साधा. राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने देश के कुछ सबसे अहम संस्थानों को कमजोर करने का काम किया है. राहुल के मुताबिक नोटबंदी से बैंकिंग सेक्टर को बुरी तरह नुकसान हुआ. राहुल ने प्रधानमंत्री पर ये भी आरोप लगाया कि वे विपक्षी नेताओं से संवाद करने में भरोसा नहीं रखते.
राहुल ने दावणगेरे में असंगठित सेक्टर से जुड़े श्रमिकों के समूह को भी संबोधित किया. राहुल अपनी ‘जन आशीर्वाद यात्रा’ के तहत कर्नाटक के दो दिन के दौरे पर हैं.
राहुल ने कहा, ‘आप देश को ‘वन मैन शो’ की तरह नहीं चला सकते. मोदी सिस्टम से इनपुट नहीं लेते. नोटबंदी ने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को बर्बाद कर दिया. RBI वो मजबूत संस्थान जिसे बनाने में 60 साल लगे.’
राहुल ने कहा, ‘मैं और कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी देश में 20 फीसदी वोट शेयर की नुमाइंदगी करते हैं. बीते चार साल में मोदी जी ने हमसे कितनी बार बात की. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जब भी कोई फैसला लेते थे, आडवाणी जी से बात करते थे, वो इसलिए क्योंकि आडवाणी देश के एक निश्चित वर्ग की नुमाइंदगी करते थे.’ राहुल ने कहा, ‘बीते चार साल में मेरा भारत के प्रधानमंत्री से संवाद इतना ही रहा है- दो बार हाथ मिलाना, नमस्ते, हैलो/हॉय और बस. ऐसा हमारे सभी नेताओं के साथ है. ना सिर्फ कांग्रेस बल्कि सभी विपक्षी नेताओं के साथ ऐसा है.’
व्यापारियों से रू-ब-रू राहुल ने नोटबंदी के मुद्दे पर कहा कि इस कदम ने देश के बैंकिंग सिस्टम को तोड़ कर रख दिया. राहुल ने कहा, ‘मुझे हल्के में मत लीजिए. आप नहीं जानते कि हमारा बैंकिंग सिस्टम को कितना बुरी तरह नुकसान पहुंच चुका है.’
पीएम मोदी पर क्रोनी कैपिटलिज्म (सहचर पूंजीवाद) का आरोप लगाते हुए राहुल ने कहा, ‘उंगलियों पर गिने जाने वाले कुछ लोगों ने देश के बैंकिंग सेक्टर पर कब्जा कर लिया. नीरव मोदी, माल्या, ललित मोदी....ऐसे करीब 15-20 लोग हैं जिन्होंने पूरे बैंकिंग सिस्टम पर कब्जा कर लिया. उनके लिए सारे दरवाजे खोल दिए गए.’
राहुल के मुताबिक प्रधानमंत्री का नजरिया है कि कुछ लोग अच्छे हैं और बाकी सब बुरे. राहुल ने कहा, ‘मोदी जी के मुताबिक इनकम टैक्स वाले लोग अच्छे हैं और छोटे व्यापारी बुरे. नोटबंदी ने इनकम टैक्स अधिकारियों को व्यापारी समुदाय के पीछे लगा दिया.’
जीएसटी को लेकर राहुल ने कहा, ‘मोदी जब मुख्यमंत्री थे तो जीएसटी का विरोध करते थे, लेकिन जब प्रधानमंत्री बने तो सबसे जटिल सिस्टम लागू कर दिया. सिर्फ पाकिस्तान और सूडान में ही भारत से ज्यादा जटिल सिस्टम है. जीएसटी देश पर बोझ है और लोगों, व्यापारी समुदाय के लिए अनुचित है.’
राहुल ने कांग्रेस के 2019 में सत्ता में आने पर जीएसटी को सरल बनाने का वादा किया. राहुल ने पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के दायरे से बाहर रखने का औचित्य भी पूछा. राहुल के मुताबिक कांग्रेस सत्ता में आने पर दैनिक उपभोग की वस्तुओं को जीएसटी से बाहर कर देगी. सिर्फ एक स्लैब होगा, पांच स्लैब नहीं.
राहुल ने कहा कि लघु और मध्यम उद्यम (SMEs) देश की अर्थव्यवस्था के लिए अहम है क्योंकि ये रोजगार का सृजन करते हैं. राहुल ने कांग्रेस के सत्ता में आने पर इस सेक्टर को मजबूत बनाने की बात कही.
राहुल गांधी ने कहा कि देश के आर्थिक मोर्चे पर अच्छे प्रदर्शन के लिए ऐसा माहौल होना चाहिए कि व्यापारी बिना किसी तनाव अपना कारोबार चला सकें.
राहुल ने कांग्रेस के इस सिद्धांत का हवाला दिया कि समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चला जाए. राहुल ने कहा, ‘कांग्रेस मानती है कि देश सभी का है. हमें सभी राज्यों को लेकर गर्व है, उनकी भाषा, परंपराओं, सभ्यताओं पर.’