नोटबंदी के बाद पाकिस्तानी आतंकी संगठन बेहद परेशान हैं. खुफिया एजेंसियों को मिली सटीक जानकारी के बाद लश्कर समेत पाकिस्तान के आतंकी संगठनों की आर्थिक हालात बेहद खस्ता हो गई है. घाटी में कैश की कमी से आतंकी संगठनों के पास पत्थरबाजों को देने के लिए भी पैसे नहीं बचे हैं.
यहां तक तो ठीक है, लेकिन इससे निपटने के लिए पाकिस्तान जो तैयारी कर रहा है वो और भी ज्यादा चिंताजनक है. खुफिया सूत्रों ने बताया है कि इन हालात से जूझते लश्कर-ए-तैयबा ने अब इस्लामिक स्टेट के सामने मदद के लिए हाथ फैलाया है. पिछले दिनों पाकिस्तान में इस्लामिक स्टेट की मजबूत मौजूदगी के कई प्रमाण यूं भी सामने आए थे. पिछले कुछ महीनों में सुरक्षा बलों की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था से बौखलाया पाकिस्तान अब भारत पर बड़े आतंकी हमले की तैयारी कर रहा है.
खुफिया इनपुट के मुताबिक आईएसआई की योजना आतंकियों के जरिए पीएम को निशाना बनाने की है. ऐसे में 26 जनवरी को प्रधानमंत्री समेत आम जनता की सुरक्षा के लिए दिल्ली पुलिस और एसपीजी खास तौर पर तैयारी कर रहे हैं. ताजा हालात के मद्देनजर 14 दिसंबर को दिल्ली में सभी बड़ी सुरक्षा एजेंसियों के आला अधिकारियों की बैठक भी हुई है. इस बैठक में पाकिस्तान के इस नापाक प्लान से निपटने पर चर्चा की गई. एजेंसियों का मानना है कि इस बार आतंकी आईईडी यानि इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस को पहले से असेम्बल करके नहीं लाएंगे. इनपुट के मुताबिक इनको हमले वाली जगह अलग-अलग पहुंचाया जाएगा और इसके बाद जोड़ा जाएगा. इनपुट के मुताबिक एक आतंकी के गले में नेकलेस में डेटोनेटर छुपा होगा. जबकि प्राइमकोर्ड की जिम्मेदारी दूसरे आतंकी को दी जा सकती है. साथ ही कारपेट्स के नीचे जंक्शन बॉक्स के अंदर मैन चार्ज छुपाकर रखा हो सकता है.
14 दिसंबर को हुई इस उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक में आईबी, रिसर्च एंड एनालिसिस विंग, सीआरपीएफ, एनएसजी, एसपीजी, एसएसएफ, दिल्ली पुलिस, आर्मी सिग्नल्स, आर्मी पैरा ब्रिगेड और आईटीबीपी के अधिकारी मौजूद थे. बैठक में इस इनपुट के मद्देनजर पाकिस्तानी आईएसआई के नापाक मंसूबों को विफल करने पर चर्चा की गई. इस बार राजपथ पर पीएम मोदी की सुरक्षा को कई गुना मजबूत बनाया जा रहा है. इसके साथ ही राजपथ और देश के महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा को भी चाकचोबन्द किया जा रहा है.
इसके बाद तय किया गया कि 26 जनवरी को जनता की सुरक्षा के लिए आइटीबीपी की K-9 यूनिट की तैनाती की जाए. इस बारे में गृह मंत्रालय से विशेष अनुरोध किया गया है. इस बार आतंकी हमले के इनपुट इतने पुख्ता हैं कि 26 जनवरी को कोर जोन में आईटीबीपी अपने बेहद प्रशिक्षित डॉग्स को तैनात करेगी. गणतंत्र दिवस पर आईटीबीपी की K-9 यूनिट को तैनात करने के पीछे कारण यह है कि K-9 देश में अकेली ऐसी यूनिट है जो अफगानिस्तान में तैनात रही है और आईईडी के जरिए हमला करने के तालिबान के तौर तरीकों से पूरी तरह वाकिफ है. लश्कर तकरीबन उसी अंदाज़ में गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हमला करने की फिराक में है.