नोटबंदी पर केंद्र सरकार की घेराबंदी के लिए विपक्ष ने विरोध प्रदर्शनों के अलावा प्लान बी भी सोच लिया है. संसद के दोनों सदनों में नोटबंदी पर बहस की संभावनाओं को लेकर भी विपक्ष पूरी तरह तैयार है. विपक्ष ने सरकार को घेरने के लिए रणनीति तय कर ली है. यूनाइटेड अपोजिशन फ्रन्ट इन 10 मुद्दों के जरिए केंद्र सरकार पर हमला बोलेगा.
1. उचित योजना बनाए बिना अचानक नोटबंदी की घोषणा कर दी गई.
2. नोटबंदी से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. नोटबंदी के कारण अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है.
3. नोटबंदी से जुड़ी कोई आपात योजना नहीं बनाई गई. भारतीय अर्थव्यवस्था पर वित्तीय संकट के आसार हैं.
4. सप्लाई प्रभावित होगी और आने वाले दिनों में महंगाई बढ़ेगी.
5. सकल घरेलु उत्पाद(जीडीपी) पर असर पड़ेगा, बेरोजगारी बढ़ेगी.
6. पिछले दो साल से सूखे से प्रभावित किसानों को इस बार मोदी सरकार के सूखे की मार पड़ेगी, पैसों की कमी के चलते रबी फसल बुवाई पर असर पड़ेगा.
7. काला धन रखने वालों पर नहीं पड़ा नोटबंदी का असर.
8. विदेशों में पड़े काले धन का क्या हुआ? आम जनता के खाते में 15 लाख डालने के वादे का क्या हुआ?
9. इनकम टैक्स डिपार्टमेंट छोटे व्यापारियों, दुकानदारों और विक्रेताओं को डरा धमका रहे हैं.
10. कोरपोरेट घरानों के नॉन परफोर्मिंग असेट (एनपीए) को माफ कर दिया गया, सरकार बड़े कोरपोरेट घरानों का समर्थन कर रही है.
यूनाइटेड अपोजिशन फ्रन्ट ने पिछले पांच दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध की स्थिति बनाई है. यूनाइटेड अपोजिशन फ्रन्ट की सरकार से हैं ये तीन मांगे.
1. विपक्ष की मांग है कि नियम 156 के तहत चर्चा हो.
2. पीएम मोदी भी नोटबंदी पर हो रही बहस के दौरान मौजूद रहें.
3. नोटबंदी की जानकारी लीक करने के आरोप पर जेपीसी जांच शुरू हो.