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दिल्ली, जयपुर से लेकर चंडीगढ़ तक नोटबंदी पर कांग्रेस का हल्लाबोल

8 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने का ऐलान किया था. कांग्रेस ने इस फैसले को अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने वाला बताया था.

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नोटबंदी पर बीजेपी कांग्रेस में आर-पार
नोटबंदी पर बीजेपी कांग्रेस में आर-पार

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नोटबंदी के दो साल पूरे होने के मौके पर कांग्रेस पार्टी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार को घेरने में जुटी हुई है. गुरुवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम समेत कई दिग्गज नेताओं ने सरकार पर हमला बोला था. अब आज शुक्रवार को कांग्रेस, यूथ कांग्रेस देशभर में प्रदर्शन कर रही है.

शुक्रवार को मुंबई, दिल्ली, चंडीगढ़, जयपुर समेत देश के कई बड़े शहरों में कांग्रेस ने प्रदर्शन किया. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी भी आज छत्तीसगढ़ में रैलियों को संबोधित करेंगे, ऐसे में वह भी नोटबंदी पर सरकार को घेर सकते हैं.

राहुल ने गुरुवार को ट्वीट कर लिखा, ''भारत के इतिहास में 8 नवंबर की तारीख को हमेशा कलंक के तौर पर देखा जाएगा. 2 साल पहले आज के दिन प्रधानमंत्री मोदी ने देश पर नोटबंदी का कहर बरपाया. उनकी एक घोषणा से भारत की 86 फीसदी मुद्रा चलन से बाहर हो गई जिससे हमारी अर्थव्यवस्था थम गई.''

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जयपुर में CM आवास पर कांग्रेस का धरना

नोटबंदी की सालगिरह पर कांग्रेस ने शुक्रवार को जयपुर में भी मोदी सरकार के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस के कार्यकर्ता आज बड़ी संख्या में मुख्यमंत्री निवास के पास जयपुर में सिविल लाइंस फाटक पर धरना देकर नोटबंदी का विरोध किया.

कांग्रेस नेता सीपी जोशी और जिला कांग्रेस के अध्यक्ष प्रताप सिंह खाचरियावास की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने मोदी सरकार पर भारत की अर्थव्यवस्था खत्म करने का आरोप लगाया. चुनावी साल होने की वजह से आज भाईदूज के दिन भी बड़ी संख्या में कांग्रेसी कार्यकर्ता धरने में शामिल हुए. कांग्रेस के जयपुर के सभी टिकट चाहने वाले नेता धरने प्रदर्शन में दिखे.

पार्टी की कोशिश है कि विधानसभा चुनाव में नोटबंदी के मामले को पूरी तरह से भुनाया जाए. लिहाजा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जयपुर में प्रदर्शन कर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ माहौल बनाने की कोशिश की. इस मौके पर बोलते हुए सीपी जोशी ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से लोकतंत्र और संसदीय परंपरा में विश्वास करती है जबकि बीजेपी ने नोटबंदी के जरिए आरबीआई संस्था को ध्वस्त करके भारत की अर्थव्यवस्था को खत्म किया है.

सालगिरह भले ही नोटबंदी की हो लेकिन इस पूरी तरह से चुनाव का असर दिखा और कांग्रेस का नेता कार्यकर्ताओं से हाथ उठाकर दिलवा दे रहे इस बार किसी भी सूरत में वोट कांग्रेस को ही देंगे.

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मनमोहन ने किया था सरकार पर हमला

बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी मोदी सरकार पर करारा प्रहार किया था. उन्होंने इसे 'बीमार सोच' वाला और 'मनहूस' कदम करार दिया है.

मनमोहन सिंह ने कहा, 'नोटबंदी से भारतीय अर्थव्यवस्था पर जो कहर बरपा, वह अब सबके सामने है. नोटबंदी ने हर व्यक्ति को प्रभावित किया, चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, पेशा या संप्रदाय का हो. अक्सर कहा जाता है कि वक्त सभी जख्मों को भर देता है लेकिन नोटबंदी के जख्म-दिन-ब दिन और गहराते जा रहे हैं.'

बीजेपी ने किया था पलटवार

भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस पर पलटवार किया था. बीजेपी ने गुरुवार को कांग्रेस से दस सवाल किए और नोटबंदी को देशहित में फैसला बताते हुए कांग्रेस को विकास विरोधी बताया था.

वहीं, वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नोटबंदी के 2 साल पूरे होने पर इसे एक सफल फैसला करार दिया. उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से 2 साल में काले धन में कमी आई है. साथ ही पिछले दो साल में इनकम टैक्स रिटर्न्स में भी बढ़ोतरी देखी गई है. अरुण जेटली ने नोटबंदी के दो साल पूरे होने पर एक ब्लॉग भी लिखा और विपक्ष को घेरा.

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