साइबर सिटी में डेंगू के मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच गई है. बीते एक महीने में डेंगू ने यहां सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. तकरीबन 500 संदिग्ध्द मामलों ने जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. ऐसा माना जा रहा है कि कंस्ट्रक्शन्स साइट्स के आस पास भरे पानी से खतरनाक लार्वा पनप रहा है.
सितंबर का महीना अभी शुरु ही हुआ है कि साइबरसिटी में डेंगू ने दोहरा शतक लगा दिया. हैरान करने वाली बात तो ये है कि ये आंकड़े तब के है जब जिला प्रशासन डेंगू की रोकथाम के लिए हाईटेक तकनीक का सहारा ले रहा है. हालांकि ये पहला मौका नहीं है जब डेंगू के आंकड़ों ने जिला प्रशासन की नींद उड़ाई हो.
हाईटेक कहे जाने वाले गुडगाँव शहर में हर साल डेंगू का कहर देखने को मिलता है, लेकिन जिला स्वास्थ्य विभाग की तैयारियां हर साल नाकाम नजर आती हैं. लगातार बढ़ रही मरीजों की संख्या भी विभाग के लिए चुनौती बनती जा रही है. साइबर सिटी को डेंगू से मुक्त कराने की मुहिम में जुटे ये अधिकारी बेशक हाईटेक ब्रिडिंग सिस्टम से ही काम क्यों न कर रहे हों, लेकिन परिणाम उम्मीद से कोसो दूर है.
देर से बारिश होने और ठंड शुरु होने में देरी के कारण डेंगू के मच्छरों की ब्रीडिंग के लिए उपयुक्त समय है . सीएमओ की माने तो इस साल अन्य सालों की अपेक्षा डेंगू मरीजों की संख्या में कमी आई है. पिछले साल 375 डेंगू के मामले सामने आए थे, तो वहीं 2012 में 469 डेंगू के मामले सामने आए थे.