मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि 24 दिसंबर से उत्तर भारत के तमाम इलाकों में कोहरा एक बार फिर से वापसी करेगा. ऐसा अनुमान है कि 24 दिसंबर से दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में मौसम एक बार फिर से करवट लेगा, हवाओं की रफ्तार थम जाएगी और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी बिहार उत्तर प्रदेश होते हुए पंजाब-हरियाणा तक पहुंच जाएगी. अगर ऐसा हुआ तो इस बार दिल्ली और आसपास के इलाकों में 25 दिसंबर यानी क्रिसमस वाले दिन घना कोहरा पड़ने की संभावना बढ़ जाएगी.
उत्तर भारत से गायब कोहरा
मौसम विभाग के डीडीजीएम देवेंद्र प्रधान के मुताबिक इस समय उत्तर भारत के तमाम इलाकों से कोहरा नदारद हो चुका है. बंगाल से लेकर बिहार और उत्तर प्रदेश से लेकर पंजाब तक आसमान साफ है. कोहरे का कहीं अता-पता नहीं है. उत्तर भारत के तमाम इलाकों से कोहरा अचानक गायब होने के पीछे जो वजह बताई जा रही है जमीन पर चल रही तेज हवा.
घट जाएगी हवाओं की रफ्तार
पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, एनसीआर , उत्तर प्रदेश और बिहार तक उत्तर पश्चिम दिशा से चल रही तेज हवाओं ने कोहरे को पूरी तरीके से हटा दिया है. मौसम विभाग का कहना है कि यह स्थिति 23 दिसंबर तक बनी रहेगी. उसके बाद इसमें बदलाव आएगा. जहां एक तरफ बिहार और बंगाल के ऊपर 23 तारीख की रात से एक सरकुलेशन बन जाएगा तो वहीं दूसरी तरफ पंजाब हरियाणा दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश में चल रही हवाओं की रफ्तार घटकर 5 से 8 किलोमीटर प्रति घंटे की हो जाएगी.
25 दिसंबर को छाएगा घना कोहरा
ऐसी स्थिति में उत्तर और पूर्व भारत में नमी बढ़ने के साथ-साथ कोहरे के लिए पूरी तरह से अनुकूल स्थितियां बन जाएंगी. इन्हीं मौसमी परिस्थितियों के चलते मौसम विभाग ने 24 दिसंबर से कोहरे की वापसी की संभावना जताई है और ऐसा कहा जा रहा है कि 25 दिसंबर को उत्तर-पश्चिम भारत के तमाम इलाकों में घना कोहरा पड़ेगा. कोहरे की संभावना 26 दिसंबर को भी बनी रहेगी लेकिन उसके बाद इसमें कमी देखी जाएगी.
पहाड़ी इलाकों पर तापमान सामान्य से ऊपर
मौसम के जानकारों के मुताबिक इस बार उत्तर भारत के तमाम इलाकों में वैसी सर्दी नहीं पड़ रही है जैसी अमूमन इस दौरान देखी जाती है. मैदानी इलाकों में तापमान 8 से लेकर 24 डिग्री सेल्सियस तक बने हुए हैं तो वहीं पहाड़ी इलाकों में जम्मू-कश्मीर को छोड़कर हिमाचल और उत्तराखंड में तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए हैं. खास बात यह है कि इस बार वेस्टर्न डिस्टरबेंस काफी कमजोर आ रहे हैं और इसी का नतीजा है कि यह सिस्टम जम्मू कश्मीर के उत्तरी हिस्से से होकर गुजर रहे हैं.
फिलहाल अच्छी बर्फबारी की उम्मीद कम
कमजोर डब्लू डी के चलते कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बर्फबारी देखी जा रही है लेकिन संस्कार और पीर पंजाल की ज्यादातर पहाड़ियों पर इस बार भारी बर्फबारी अभी तक नहीं हुई है. हिमाचल और उत्तराखंड की बात करें तो यहां पर इस बार सीजन में ज्यादातर इलाकों में लोग अभी भी बर्फबारी की बाट जोह रहे हैं. मौसम विभाग का कहना है कि फिलहाल अगले 10 दिनों तक कोई भी ताकतवर वेस्टर्न डिस्टरबेंस नजर नहीं आ रहा है लिहाजा अच्छी बर्फबारी की संभावना फिलहाल कतई नहीं है.