इंडिया टुडे कॉनक्लेव के चौथे सेशन में पांच नेताओं की भिड़ंत हुई, लेकिन सबसे जबरदस्त नोंक-झोंक तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन और सीपीएम नेता मोहम्मद सलीम के बीच देखने को मिली. पैनल में इन दोनों नेताओं के अलावा कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया, इंडियन नैशनल लोकदल के दुष्यंत चौटाला और बीजेपी नेता बलबीर पुंज भी थे.
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ममता के नाम पर भड़के ब्रायन
मोहम्मद सलीम ने कहा कि ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री के तौर पर एक साल पूरा करने पर कोलकाता में उनके लिए एक स्पेशल चैट शो रखा गया था, जिसे वो बीच में छोड़कर गुस्से में चली गई. इस पर डेरेक ओ ब्रायन को गुस्सा आ गया और उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी एक चैट शो बीच में छोड़कर चले गए थे, आप उसकी बात क्यों नहीं करते.
गोड़से का सवाल
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोड़से का मुद्दा उठाया और बीजेपी नेता बलबीर पुंज से पूछा कि गोड़से देशभक्त था, आप इसका खंडन करते हैं या नहीं. पुंज ने इस सवाल पर सीधा जवाब नहीं दिया और दोनों नेताओं के बीच नोंक-झोंक देखने को मिली.
वापसी करेगी कांग्रेस
सिंधिया ने इन चुनाव में कांग्रेस की हार को स्वीकार करते हुए कहा कि चुनावों में यह हमारा सबसे खराब प्रदर्शन है, लेकिन हर संगठन के लिए ऐसा बुरा दौर आता है. हम अपनी हार की वजहों पर विश्लेषण कर रहे हैं और नई रणनीति के साथ लोगों के बीच में आएंगे.
दीदी को सम्मान
डेरेक ओ ब्रायन पूरी चर्चा के दौरान बार-बार कार्टूनिस्ट को जेल भिजवाने के मुद्दे पर अपनी नेता ममता बनर्जी का बचाव करते दिखे. उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी ने कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी बनाई और संघर्ष करते बंगाल में सत्ता में आईं. लोकसभा में 46 सांसद दिए इसलिए वो सम्मान की हकदार हैं. मोहम्मद सलीम ने फिर से ब्रायन पर निशाना साधा और कहा कि जब कोई दर्शक ममता बनर्जी से चैट शो में सवाल
पूछता है तो वो शो छोड़कर चली जाती हैं, कार्टूनिस्ट को जेल भिजवा देती हैं.
भूमि अधिग्रहण बिल
सिंधिया ने कहा कि यूपीए के भूमि अधिग्रहण बिल में उन्होंने सभी नेताओं की राय को शामिल किया. इसी मुद्दे पर ओ ब्रायन बोले कि बीजेपी ने कांग्रेस के बिल का समर्थन किया था, कांग्रेस ने बीजेपी के बिल का विरोध किया, तृणमूल ऐसी अकेली पार्टी है, जिसने दोनों सरकारों के बिलों का विरोध किया.
परिवारवाद की राजनीति
सभी नेताओं ने सिंधिया पर कांग्रेस की परिवारवाद की राजनीति के लिए निशाना साधा. सिंधिया ने पार्टी का बचाव करते हुए कहा कि मनमोहन सिंह समेत कांग्रेस के कुछ प्रधानमंत्री ऐसे रहे हैं, जो गांधी परिवार से नहीं निकले. पी चिदंबरम, सुशील शिंदे और प्रणव मुखर्जी जैसे ऐसे कई नेता हुए हैं, जो कांग्रेस में बड़े पदों तक पहुंचे. कांग्रेस में नेता लोकतांत्रिक तरीके से चुना जाता है इसलिए आप उस पर सवाल नहीं उठा
सकते.