भारतीय डिप्लोमेट देवयानी खोबरागडे़ से बदसलूकी मामले में अमेरिका अब सुलह के मूड में नजर आ रहा है. अमेरिका के विदेश मंत्री जॉन केरी भारत के विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद से इस अहम मसले पर जल्द ही बात कर सकते हैं.
भारत के सामने झुकेगा अमेरिका?
अमेरिका के अब तक के रुख को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि वह झुकने को तैयार नहीं है. अमेरिका ने कहा कि इस मुद्दे पर माफी मांगने का सवाल ही नहीं है. पर बदलते हालात में अमेरिका के रुख में बदलाव आने की उम्मीद की जा रही है.
जमानत पर हैं देवयानी
देवयानी खोबरागडे़ अभी जमानत पर हैं. अगर अपनी नौकरानी की सैलरी और वीजा को लेकर उन पर आरोप साबित हुए, तो उन्हें 15 साल तक की जेल हो सकती है. वैसे पूरी उम्मीद है कि मामला बातचीत से सुलझ जाएगा.
अमेरिका को मिली नसीहत
भारतीय विदेश सचिव सुजात सिंह ने अमेरिका को नसीहत देते हुए कहा कि जैसा व्यवहार हम अमेरिकी राजनयिकों के साथ करते हैं, वैसा ही व्यवहार हमारे राजनयिकों के साथ होना चाहिए.
देवयानी के मुद्दे पर प्रदर्शन
न्यूयॉर्क में देवयानी के मुद्दे पर जोरदार प्रदर्शन हुआ है. भारतीय वाणिज्यिक दूतावास पर प्रदर्शन में बडी़ तादाद में महिलाएं शामिल हुईं. वहां देवयानी की नौकरानी संगीता के समर्थन में जमकर नारेबाजी की गई. आरोप लगाए गए कि भारत सरकार हाउस कीपर्स के मुद्दे को दबा रही है.
'स्थायी मिशन में भेजे जाने का अनुरोध नहीं मिला'
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जेन पसाकी ने कहा कि अमेरिका को भारत से 39 वर्षीय देवयानी खोबरागड़े को संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन में भेजे जाने का कोई अनुरोध नहीं मिला है. इससे खोबरागड़े को जरूरी कूटनीतिक छूट मिल सकेगी, जबकि न्यूयार्क में अदालती कार्यवाही जारी रहेगी. पसाकी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध बेहद महत्वपूर्ण हैं, जो इस अकेली घटना से पटरी से नहीं उतर सकता.
'भारत-अमेरिका तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचेंगे'
विदेश मंत्री सलमान खुर्शीद ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय राजनयिक देवयानी खोबरागडे़ की गिरफ्तारी के मसले पर वे अमेरिका में अपने समकक्ष से संपर्क में हैं. उन्हें यकीन है कि दोनों देश 'एक' तार्किक निष्कर्ष पर पहुंचेंगे.
सलमान खुर्शीद ने संवाददाताओं से कहा, 'अमेरिकी विदेश मंत्री जॉन केरी से बात करना मेरा मुख्य दायित्व और हक है. निचले स्तर से भी अमेरिकी विदेश विभाग और विदेश मंत्री से संपर्क किया जा रहा है.'
उन्होंने कहा, 'मुझे यकीन है कि हम जिस तरह बातचीत कर रहे हैं और सार्थक बातचीत हुई है, इससे हमारी कोशिशें हमें तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाएंगी और कोई न कोई रास्ता जरूर निकलेगा.'
वीजा फर्जीवाड़ा से जुड़ा मामला
गौरतलब है कि 1999 बैच की आईएफएस अधिकारी खोबरागड़े को 12 दिसंबर को वीजा धोखाधड़ी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था. 39 वर्षीया उप महावाणिज्यदूत देवयानी को अपनी नौकरानी को कम तनख्वाह देने का आरोप लगाते हुए पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में गिरफ्तार कर लिया गया था. उनकी कपड़े उतारकर गहन तलाशी ली गई और डीएनए जांच के लिए नमूना देने को विवश किया गया था. साथ ही 250,000 डॉलर के मुचलके पर रिहाई से पहले जेल में उन्हें अपराधियों के बीच रखा गया.