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44 किलोमीटर पैदल चलकर डीजी आईटीबीपी ने अमरनाथ यात्रा की सुरक्षा का लिया जायजा

आईटीबीपी के महानिदेशक (डीजी) एस एस देसवाल ने अमरनाथ यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया.आईटीबीपी के जवानों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित करके इस बालटाल रूट पर तैनात किया गया है. यह जवान यात्रा के समय लगातार यात्रियों के बीच मौजूद रहते हैं और किसी प्रकार की परेशानी महसूस होने पर फर्स्ट एड और ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था करते हैं.

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आईटीबीपी के महानिदेशक (डीजी) एस एस देसवाल (फोटो-मंजीत सिंह नेगी)
आईटीबीपी के महानिदेशक (डीजी) एस एस देसवाल (फोटो-मंजीत सिंह नेगी)

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आईटीबीपी के महानिदेशक (डीजी) एस एस देसवाल ने अमरनाथ यात्रा के दौरान आईटीबीपी की अमरनाथ सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया. अमरनाथ यात्रा के लिए व्यवस्थागत मदद मुहैया कराने वाले आईटीबीपी के महानिदेशक देसवाल ने पिछले कुछ दिनों में अन्य अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा की. आईटीबीपी की सुरक्षा व्यवस्था के बेहतर इंतजाम को देखते हुए उन्होंने आईटीबीपी जवानों की पीठ थपथपाई.

बालटाल मार्ग पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जवानों ने अमरनाथ यात्रियों को सुरक्षा देने के अलावा यात्रा में जरूरत पड़ने वाले ऑक्सीजन और दवाइयां भी उपलब्ध कराई. साथ ही ऊपर से गिरते पत्थरों और तेज बहते नालों के बीच आते पत्थरों से भी आईटीबीपी के जवानों ने शील्ड की दीवार बनाकर यात्रियों की सुरक्षा की.

डीजी एस एस देसवाल ने अमरनाथ यात्रा के समय यात्रियों को पहुंचाई जा रही हर संभव मदद के विषय में यात्रा रूट पर खुद पहुंच कर जानकारी ली. डीजी ने इस प्रकार के सहयोग और सुरक्षा के कार्यों में शामिल रहे बल के उन जवानों को शाबाशी दी और उनका मनोबल बढ़ाया. डीजी देसवाल ने लगभग 44 किलोमीटर पैदल यात्रा की. यात्रा के दौरान उन्होंने बीच-बीच में यात्रियों से सुरक्षा व्यवस्था और अन्य सुविधाओं के विषय में जानकारी भी ली. इस दौरान उनके साथ बल मुख्यालय से आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे.

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अमरनाथ यात्रा में व्यवस्थाओं पर खास ध्यान

अमरनाथ यात्रा में इस वर्ष व्यवस्थाओं पर खास ध्यान दिया गया है और सुरक्षा के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन, दवाइयां और अन्य सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिए आईटीबीपी के जवानों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित करके इस बालटाल रूट पर तैनात किया गया है.

यह जवान यात्रा के समय लगातार यात्रियों के बीच ही मौजूद रहते हैं और किसी प्रकार की परेशानी महसूस होने पर फर्स्ट एड और ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था करते हैं. पहली बार यात्रा में चुने हुए और प्रशिक्षित जवान पीठ पर पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ तैनात किए गए हैं. अब तक सैकड़ों यात्रियों को ऑक्सीजन दिया गया है. ये जवान यात्रा मार्ग पर बीमार लोगों की लगातार मदद कर रहे हैं.

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