क्या केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने देश में पोर्न वेबसाइट्स पर बैन लगाना शुरू कर दिया है? शनिवार शाम से यह सवाल देशभर के उन तमाम इंटरनेट यूजर्स में बीच गूंज रहा है, जो ऐसे वेबसाइट्स की सामग्री को देखना अपना अधिकार मानते हैं. शिकायतें आ रही हैं कि कुछ इंटरनेट प्रोवाइडर्स ने पोर्न साइट्स का एक्सेस बंद कर दिया है, जबकि ट्विटर पर भी इस ओर यूजर्स का गुस्सा सामने आया है.
मीडिया रिपोर्ट्स में इस बात का दावा किया गया है कि सुप्रीम कोर्ट की ओर से बैन से इनकार के बावजूद सरकार ने चुपके-चुपके ऐसी वेबसाइट्स को प्रतिबंधित करना शुरू कर दिया है. यूजर्स का कहना है कि बीसएसएनएल, एमटीएनएल और ऐसे दूसरे इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISPs) ने सबसे मशहूर 13 पोर्न वेबसाइट में से 11 पर बैन लगा दी है. टि्वटर पर यूजर्स इस मुद्दे पर अपना विरोध #पोर्न_बैन और #PornBan हैशटैग के साथ ट्वीट कर रहे हैं, जो रविवार सुबह तक टॉप ट्रेंड में शामिल हो गया.
इन नेटवर्क्स पर जारी है एक्सेस
हालांकि, सूचना यह भी मिल रही है कि मोबाइल के जरिए ऐसी वेबसाइट्स का एक्सेस अभी जारी है. यही नहीं, एयरटेल, रिलायंस, वोडाफोन जैसी कंपनियों से अभी तक ऐसा कोई प्रतिबंध नहीं लगाया है. जबकि बैन किए गए नेटवर्क पर ऐसी वेबसाइट्स को एक्सेस करने पर ब्लैंक पेज पर The site has been blocked as per the instructions of Competent Authority मैसेज लिखा हुआ आ रहा है.
लीगली इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बाकी दो साइट्स को दिल्ली के स्पेट्रानेट सर्विस प्रोवाइडर के नेटवर्क पर एक्सेस किया जा सका है. रेडिट इंडिया की थ्रेड पर भी कुछ यूजर्स द्वारा पोर्न साइट्स को ब्लॉक करने का दावा किया गया. इन साइट्स को एक्सेस करने की कोशिश करने पर Directory doesn’t exist का मैसेज देखने को मिला.
क्या कहा था सुप्रीम कोर्ट ने
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही पोर्न साइटों पर बैन लगाने से इनकार कर दिया था. कोर्ट ने कहा था कि कोई किसी को चार दीवारों के पीछे पोर्न देखने से कैसे रोक सकता है.
चीफ जस्टिस एचएल दत्तु ने बैन से इनकार करते हुए कहा था, 'कोर्ट की ओर से पास ऐसा कोई अंतरिम आदेश आर्टिकल 21 का उल्लंघन है, जो किसी भी नागरिक को व्यक्तिगत स्वतंत्रता देता है. अगर ऐसा होता है तो कल को कोई भी वयस्क आकर यह कह सकता है कि आप मुझे मेरे कमरे में चारदीवारी के अंदर पोर्न देखने से कैसे रोक सकते हैं?'
एचएल दत्तु की ओर से यह टिप्पणी उस समय आई, जब इंदौर के एक वकील कमलेश वासवानी ने एक पीआईएल दाखिल कर सभी पोर्न साइट्स पर बैन लगाने की मांग की थी. चीफ जस्टिस ने कहा था कि इस ओर गंभीर रूप से विचार कर सरकार को एक निर्णय लेने की जरूरत है.
Twitter पर प्रतिक्रिया #PornBan #पोर्न_बैन
Communist party kerala conducted a beef festival on beef ban !! Since BJP has #PornBan, I wonder what will they do now? Confused !!
— Kris (@krisnair_) August 2, 2015
First they banned maggi and now porn sites. They have worsen the life of engineers now. #PornBan
— Freak (@Chauthaidiot) August 2, 2015
#pornban is awful.Wonder what would be the future of sex education in India.
— Parvathy Nair (@Kallu_pencil) August 2, 2015
#MaggiBan
#PornBan
Next, it will be illegal for single guys to walk on road alone.
— Hema Rekha & Jaya ✂ (@awk_doc) August 2, 2015
My reaction when the government thinks it can actually implement a #PornBan pic.twitter.com/AU62136B6S
— Gautam Trivedi (@Gotham3) August 1, 2015
Indian guys after they heard about #PornBan pic.twitter.com/yfkdIQh0U4
— Champ from Westeros (@BolshoyBooze) August 1, 2015
#पोर्न_बैन on Happy friendshp day .. wat next?
Marriage banned on Valentine's day?
— KJS Arora (@KanwaljtSingA) August 2, 2015
Now we done need high speed mobile data or wifi data #पोर्न_बैन
— Bindas Pallavi (@iPallaviGoyal) August 2, 2015