पेट्रोल के दाम घटाने के बाद अब सरकार डीजल के दाम घटाने की तैयारी में है. गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि सरकार लोक सभा चुनाव में किए गए वादे पूरे करने की दिशा में काम कर रही है.
उन्होंने पलवल के हथीन में रविवार को एक जनसभा में कहा कि हम इस दिशा में प्रयत्नशील हैं. हमने पेट्रोल के दाम में ढाई रुपये की कटौती की है. अब हमारी निगाहें डीजल पर हैं.
डीजल के दाम को बाजार दरों पर लाने की योजना के तहत अब सरकार द्वारा नियंत्रित कीमत तथा बाजार कीमत में फर्क लगभग खत्म हो गया है. सरकार ने पहले ही कहा है कि इसके बाद डीजल की कीमतें डीरेगुलेट कर दी जाएंगी. यानी उसकी कीमतें सरकार न तो बढ़ाएगी और न ही घटाएगी.
डीजल की कीमतें भी पेट्रोल की ही तरह तेल कंपनियां निर्धारित करेंगी. कच्चे तेल के दाम और डॉलर की दरों पर यह निर्भर करेगी. यानी कच्चे तेल की अंतर्राष्ट्रीय कीमतों में गिरावट आने पर यहां डीजल के दाम गिर जाएंगे. इस तरह से पेट्रोल-डीजल के दाम अब बाजार की शक्तियों पर निर्भर रहेंगे.
आर्थिक सुधारों के तहत सरकार ने यह तय किया था कि पेट्रोल-डीजल में किसी तरह की सब्सिडी नहीं दी जाएगी. इसके तहत ही डीजल की कीमतें हर महीने 50 पैसे बढ़ाई जाती रहीं.