मुंबई की मॉडल से रेप मामले में आरोपी डीआईजी सुनील पारस्कर को निलंबित कर दिया गया है. महाराष्ट्र के गृह मंत्रालय ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर डीआईजी के निलंबन का प्रस्ताव भेजा था. निलंबन पर मॉडल का कहना है कि उसे ईश्वर में आस्था है और पुलिस के साथ ही न्यायिक व्यवस्था में पूरा विश्वास है.
गौरतलब है कि मुंबई की एक मॉडल ने डीआईजी सुनील पारस्कर पर रेप का आरोप लगाया था. मामले में गृह मंत्रालय ने की मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण से डीआईजी के निलंबन की सिफारिश की थी. मॉडल का आरोप है कि डीआईजी पारस्कर ने उसके साथ कथित तौर पर चार बार रेप किया. डीआईजी पारस्कर ने आरोपों को गलत बताया.
डीआईजी सुनील पारस्कर के मुताबिक, मॉडल से उनकी जान-पहचान थी. दोनों की मुलाकात घर दिखाने के सिलसिले में हुई थी. मॉडल को किराए के घर की तलाश थी.
दूसरी ओर, निलंबन पर पीड़ित मॉडल ने कहा, 'ईश्वर की मुझ पर कृपा है. मुझे पुलिस विभाग और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है. मैं अपने अधिकारों के लिए लड़ रही हूं. अभी बहुत लंबा रास्ता तय करना है.'
विवादों में मॉडल
पारस्कर के खिलाफ रेप का आरोप लगाने वाली मॉडल बीते दिनों खुद विवादों में घिर गई. मॉडल के पूर्व वकील रिजवान सिद्दीकी ने दावा किया कि उसने पब्लिसिटी हासिल करने के लिए ऐसा किया था और वह टीवी रियलिटी शो 'बिग बॉस' में जाना चाहती थी.
पढ़ें, मॉडल और वकील के बीच कथित Whatsapp चैट
वकील रिजवान सिद्दीकी ने ही मॉडल की ओर से पारस्कर को नोटिस भेजा था. रिजवान ने पुलिस अफसर को भेजे नोटिस में बड़े खुलासे किए. इस नोटिस की कॉपी और वकील और मॉडल के बीच हुई Whatsapp चैट के ब्यौरे 'आज तक' के पास हैं. इसमें वकील ने मॉडल के नाम का भी जिक्र किया है. नोटिस में कहा गया था कि पारस्कर साल भर से ज्यादा समय से उनकी मुवक्किल के करीब आने की कोशिश कर रहे थे.