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बुक फेयर में कैशलेस किताबों का लुत्फ उठाते पुस्तक प्रेमी

कैश की कमी से निपटने के लिए यहां बखूबी सारे इंतजाम किये गए हैं. हर पवेलियन में ई-काउंटर बनाया गया हैं जहां पर आप ऑनलाइन पेमेंट के जरिए अपनी पसंदीदा किताब खरीद सकते हैं.

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विश्व पुस्तक मेला
विश्व पुस्तक मेला

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दिल्ली में किताबों के सबसे बड़े मेले, विश्व पुस्तक मेले की शुरुआत हो चुकी है. प्रगति मैदान में पुस्तक प्रेमियों की आवाजाही जारी हैं और हर उम्र के लोग यहां आकर अपनी पसंदीदा किताबें देख-पढ़ और खरीद रहे हैं.

नोटबंदी की बात करें तो कैश की कमी से निपटने के लिए यहां बखूबी सारे इंतजाम किये गए हैं. हर पवेलियन में ई-काउंटर बनाया गया हैं जहां पर आप ऑनलाइन पेमेंट के जरिए अपनी पसंदीदा किताब खरीद सकते हैं.

पुस्तक मेले में प्रकाशकों पर भी नोटबंदी का कोई खास असर नहीं हैं. क्योंकि करीब 70 प्रतिशत खरीददारी पेटीएम और डेबिट-क्रेडिट कार्ड से ही हो रही हैं. जिससे बिजनेस पर कोई असर नहीं पड़ा है. लेकिन कभी-कभी सर्वर डाउन जैसी तकनीकी दिक्कतों के चलते परेशानी होती है.

पुस्तक मेले में आए युवाओं को भी मोबाइल मनी का इस्तेमाल करने में ही ज्यादा आसानी होती हैं. उनका कहना है कि कैश रखने से बेहतर है कि कार्ड और डिजिटल माध्यमों से खरीददारी की जाए. इसी वजह से मेले में आने वाले ज्यादातक पुस्तक प्रेमी कैशलेस होकर किताबों का लुत्फ उठा रहे हैं.

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