मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने रविवार को बयान दिया कि 'भारतीय सेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में की गई एयर स्ट्राइक के सबूत जारी किए जाने चाहिए.' उनके इस बयान पर विवाद हो गया है. देश के कई बीजेपी नेताओं ने दिग्विजय सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. मध्य प्रदेश बीजेपी के वरिष्ठ नेता और विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा है कि दिग्विजय सिंह को पाकिस्तान में घर ले लेना चाहिए.
भार्गव ने दिग्विजय सिंह के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "दिग्विजय सिंह को पाकिस्तान में घर ले लेना चाहिए, वे घर खरीद लें या किराए पर ले लें. दिग्विजय भाईजान को मेरी यही सलाह है कि उन्हें पाकिस्तान में घर ले लेना चाहिए." दिग्विजय सिंह ने शनिवार को कहा था कि "जिस तरह अमेरिका ने ओसामा बिन लादेन के खिलाफ कार्रवाई के सबूत जारी किए थे, उसी तरह हमें भी एयर स्टाइक के सबूत जारी करने चाहिए."
गौरतलब है कि पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकी हमला हुआ था. हमले के 13वें दिन भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े ट्रेनिंग कैंप पर हवाई हमला किया था. सेना का हमला इसलिए था क्योंकि पुलवामा हमले की जिम्मेदारी जैश ने ही ली थी.
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी दिग्विजय सिंह को घेरा और कहा, "सिंह का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है, वे देश की सेना के शौर्य को भी स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, तो धिक्कार है उन पर." पूर्व मुख्यमंत्री ने दिग्विजय के पहले दिए गए बयानों पर भी तंज कसा. उन्होंने आगे कहा कि दिग्विजय सिंह पहले ही मध्य प्रदेश का बंटाधार कर चुके हैं, अब तो रिटर्न बंटाधार है. मध्य प्रदेश के ही बीजेपी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर ने दिग्विजय के बयान पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि देश के प्रधान यानी कि एयरफोर्स, नेवी और आर्मी चीफ बात साफ कर चुके हैं, वे तो किसी पार्टी के नहीं हैं, सवाल करना है तो उनसे करें.
वहीं कमलनाथ सरकार में मंत्री और दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह ने बीजेपी के सवालों का जवाब दिया है. उन्होंने कहा, "बातों को घुमाने की बीजेपी की पुरानी आदत है. दिग्विजय सिंह ने तो यह भी कहा है कि भारत से सबूत मांगने वाले पाकिस्तान को मसूद अजहर और हाफिज सईद पर कार्रवाई करनी चाहिए, तो उन्होंने कौन सी गलत बात कही है."
दिग्विजय सिंह ने यह भी कहा कि 'मैं आदरणीय प्रधानमंत्री इमरान खान को भी बधाई देता हूं जिन्होंने अच्छे पड़ोसी का दिल दिखाते हुए हमारी वायु सेना के जांबाज अधिकारी को लौटा दिया. अब उन्हें साहस का परिचय देते हुए आतंकी हाफिज सईद और मसूद अजहर को भी हमें लौटा देना चाहिए.' दिग्विजय सिंह ने कहा कि पाकिस्तानी इंटेलीजेंस एजेंसी आईएसआई और इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ चाहते थे कि उनकी सरकार अभिनंदन की रिहाई के लिए भारत सरकार के साथ कुछ समझौता करें. पाकिस्तान में इमरान खान की इस बात के लिए काफी आलोचना हुई है कि उन्होंने बगैर किसी समझौते के विंग कमांडर अभिनंदन को भारत को सौंप दिया.