scorecardresearch
 

'दिग्गी' बोल, आडवाणी को बधाई तो मोदी मुद्दा नहीं

प्रधानमंत्री उम्मीदवारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच दूरियां क्या बढ़ीं. कांग्रेस को इस मसले पर चुटकी लेने का मौका मिल गया. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि चाहे एनडीए का पीएम प्रत्याशी कोई भी हो हमें फर्क नहीं पड़ता. पर वह पहले 272 सीट तो जीतकर लाएं.

Advertisement
X
दिग्विजय सिंह
दिग्विजय सिंह

प्रधानमंत्री उम्मीदवारी को लेकर भारतीय जनता पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच दूरियां क्या बढ़ीं. कांग्रेस को इस मसले पर चुटकी लेने का मौका मिल गया. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा है कि चाहे एनडीए का पीएम प्रत्याशी कोई भी हो हमें फर्क नहीं पड़ता. पर वह पहले 272 सीट तो जीतकर लाएं.

Advertisement

PM पद के लिए नरेंद्र मोदी की दावेदारी में कितना दम?

दिग्विजय सिंह ने कहा, 'चाहे लालकृष्ण आडवाणी एनडीए के पीएम प्रत्याशी बनते हैं या फिर नरेंद्र मोदी , हमें कोई फर्क नहीं पड़ता है. पर अहम सवाल यह है कि एनडीए गठबंधन 272 सीट लाएगा कहां से? वह लगातार हारते रहे हैं.'

दिग्विजय सिंह बोले, नरेंद्र मोदी हैं शादी-शुदा

पीएम रेस में आडवाणी का नाम उछाले जाने पर दिग्विजय सिंह चुटकी लेने से नहीं चूके. उन्होंने कहा, 'आडवाणीजी को बहुत-बहुत बधाई हो. उनकी पीएम बनने की महत्वाकांक्षा तो पहले से ही जगजाहिर है.'

बीजेपी पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, 'आखिर बीजेपी को कहां से फायदा हो रहा है. 2009 लोकसभा चुनाव के बाद पार्टी को किसी भी राज्य में फायदा नहीं हुआ.'

कांग्रेस महासचिव की माने तो पार्टी के लिए नरेंद्र मोदी भी कोई मुद्दा नहीं है. इसके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इशारों में ही यूपीए में आने का निमंत्रण भी दे डाला.

Advertisement

दिग्विजय सिंह ने कहा, 'नीतीश कुमार को मेरी शुभकामनाएं. राजनीति में कोई स्थाई दुश्मन नहीं होता है. लेकिन हम सांप्रदायिक राजनीति करने वालों के साथ कोई समझौता नहीं करेंगे. दुख की बात यह है कि नीतीश पिछले कुछ सालों से सांप्रदायिक शक्तियों के साथ रहे हैं.'

आपको बता दें कि रविवार को जदयू के राष्ट्रीय बैठक में नीतीश कुमार ने धर्मनिरपेक्षता के बहाने नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा तो बीजेपी के नेताओं ने उन पर पलटवार शुरू कर दिया. जिसके बाद दोनों ही पार्टियों के नेता खुलकर एक दूसरे पर हमला कर रहे हैं जो बीजेपी-जदयू की 17 साल पुरानी दोस्ती के लिए अच्छे संकेत नहीं हैं.

Advertisement
Advertisement