अपने बेबाक बयानों से अलग पहचान बना चुके वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत की तुलना जर्मन तानाशाह हिटलर से कर दी है. भागवत के हिंदू राष्ट्र और हिंदुत्व संबंधी बयान पर आपत्ति जाहिर करते हुए दिग्विजय सिंह ने सोमवार सुबह ट्वीट किया, 'मुझे लगता था कि देश में एक हिटलर बन रहा है, लेकिन अब लगता है कि हमारे पास दो हैं! भगवान भारत को बचाए.'
I thought we had one Hitler in making but it seems now we have Two ! God save India !
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 18, 2014
गौरतलब है कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को वीएचपी के गोल्डन जुबली समारोह में कहा था कि हिंदुस्तान एक हिंदू राष्ट्र है. हिंदुत्व से राष्ट्र की पहचान है और यह अन्य धर्मों को खुद में समाहित कर सकता है. इससे पहले कटक में भी संघ प्रमुख ने कहा था, 'सभी भारतीयों की सांस्कृतिक पहचान हिंदुत्व है और देश के वर्तमान निवासी इस महान संस्कृति के वंशज हैं.' उन्होंने सवाल किया था कि जब इंग्लैंड में रहने वाले सभी लोग अंग्रेज हैं, जर्मनी में रहने वाले जर्मन और अमेरिका में रहने वाले अमेरिकी तो हिंदुस्तान में रहने वाले सभी हिंदू क्यों नहीं.
A question to Mohan Bhagwat - Is Hindutatva a Religious Identity ? What is its relationship with Sanatan Dharma ?
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 18, 2014
RSS की तुलना तालिबान से
दिग्विजय सिंह ने जहां मोहन भागवत की तुलना हिटलर से की, वहीं उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तुलना तालिबान से की है. उन्होंने कहा कि देश का दक्षिण पंथी धरा राष्ट्र की शांति को नुकसान पहुंचा रहा है.
RSS should stop fooling the innocent people by using Religion in Politics.We are proud of our Sanatan Dharm and its tolerance towards others
— digvijaya singh (@digvijaya_28) August 18, 2014
सिंह ने सरकार से अपील की है कि वह उन सभी किताबों पर पाबंदी लगाए जो सांप्रदायिकता को बढ़ावा देते हैं. संसद में गृह मंत्रायल की कार्यप्रणाली पर एक बहस के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा, 'देश के सामने सबसे बड़ा खतरा आतंकवाद है और सांप्रदायिक विचारधारा आतंक को बढ़ावा देते हैं.'
गौरतलब है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ केंद्र की सत्ता पर काबिज बीजेपी का मातृ संगठन है.