कांटे फिल्म से मशहूर हुए डायरेक्टर संजय गुप्ता विवादों में फंस गए हैं. संजय गुप्ता पर आर्ट डायरेक्टर जयदीप घोष ने आरोप लगाया है कि बकाया पैसे मांगने पर, संजय के दोस्त ने उनसे मारपीट की. उधर संजय गुप्ता ने मामले में हाथ होने से इनकार किया है.
जयदीप का कहना है कि संजय गुप्ता ने लोनावाला के एक रिसॉर्ट की मरम्मत और सजाने का काम उन्हे सौंपा था. जयदीप के मुताबिक ये रिसॉर्ट उन्होने संजीव चड्ढा से लीज पर लिया था. मामला तब बिगड़ा जब बढ़े हुए खर्चे को लेकर गुप्ता के मैनेजर के साथ उनकी कहा सुनी हुई. जयदीप के मुताबिक 19 जून से 21 जून तक मजदूरों के साथ वो रिसॉर्ट में बंद रहे. 22 जून को आस-पास के लोगों की मदद से वो रिसॉर्ट से निकल भागे.
जयदीप का कहना है कि 23 जून को उन्होने लोनावाला थाने में शिकायत दर्ज कराई. इस मामले आजतक ने संजय गुप्ता से बात करने की कोशिश, उन्होंने कैमरे पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन पूरे मामले पर अपनी सफाई दी. जयदीप घोष और संजीव चड्ढा के बीच जो कुछ हुआ है, उससे संजय गुप्ता का कोई लेना देना नहीं है. संजय गुप्ता शिकायत में दर्ज तारीखों पर लोनावाला में मौजूद नहीं थे और इस मामले से दूर - दूर तक उनका कोई मतलब नहीं है.
फ़िल्मी परदे पर गरीबो की कहानी और उनके संघर्ष को काश करने वाले ये फ़िल्मी दुनिया के लोग उन्ही पर कैसे अत्याचार कर सकते है..वाकई में अगर प्रोड्यूसर संजय गुप्ता और उनके कुनबे पर किसी को मारने पीटने का आरोप लगा है तो ज़ाहिर सी बात है की असल जिंदगी को भी फ़िल्मी स्टाइल में जीना चाहते है.