पाकिस्तान से बातचीत टूटने के बाद पहली बार पीएम नरेंद्र मोदी ने चुप्पी तोड़ी है. मोदी ने कहा कि पाकिस्तान ने कश्मीरी अलगाववादियों से मिलकर रिश्ते सुधारने की कोशिशों का मजाक बनाया है. पीएम ने दो टूक कहा कि आतंक के माहौल में बातचीत मुमकीन नहीं है.
शुक्रवार को जापानी मीडिया से बातचीत में मोदी ने कहा कि भारत पाकिस्तान से शांतिपूर्ण और दोस्ताना संबंध चाहता है. पाकिस्तान के रवैये पर निराशा जाहिर करते हुए उन्होंने कहा, 'हमने विदेश सचिवों की मुलाकात तय की थी लेकिन पाकिस्तान ने पहले अलगाववादियों से बात की. पाकिस्तान ने हमारी कोशिश का तमाशा बनाया. लेकिन आतंक और हिंसा के माहौल में बात नहीं हो सकती.'
पाकिस्तान के साथ विदेश सचिव स्तरीय वार्ता रद्द होने के बाद पहली बार बयान देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि नई दिल्ली में पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ से मई में उनकी मुलाकात बहुत अच्छी रही थी. उन्होंने कहा, 'भारत की इच्छा पाकिस्तान के साथ शांतिपूर्ण, दोस्ताना और सहयोगात्मक रिश्ते की थी. हम पाकिस्तान के साथ दोस्ताना रिश्ते बनाने की कोशिश करते रहेंगे लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि किसी भी अर्थपूर्ण द्विपक्षीय वार्ता के लिए आतंकवाद और हिंसा रहित माहौल जरूरी है.
मोदी ने कहा है कि भारत शिमला समझौते और लाहौर घोषणा पत्र के तहत पाकिस्तान के साथ हर मसले पर बातचीत को तैयार है. उन्होंने कहा, 'हम पाकिस्तान से हर मुद्दे पर बातचीत को तैयार हैं. दोस्ती के प्रयास करते रहेंगे'.
प्रधानमंत्री मोदी 5 दिन के दौरे पर जापान रवाना होने वाले हैं. सोमवार को जापान के पीएम शिजो एबे से चाय पर चर्चा होगी.