योग गुरु बाबा रामदेव ने काला धन अब तक वापस नहीं आने पर अपनी बेबसी जाहिर की है. उन्होंने कहा कि कालेधन को विदेशों से वापस लाने को लेकर उनके तमाम प्रयास जारी हैं. सरकार के जुड़े लोगों को बराबर याद दिलाते रहते हैं लेकिन अभी तक पैसा वापस नहीं आया है. इसलिए इस मुद्दे पर फिलहाल बात करने के लिए कुछ नहीं है.
देश में वैचारिक संकट सबसे बड़ी चुनौती
मध्य प्रदेश के उज्जैन में बाबा रामदेव ने एक सवाल के जवाब में कहा कि साध्वी प्रज्ञा के ऊपर मकोका हटाने के फैसले को वो कलर कास्ट आतंकवाद से जोड़कर नहीं देखते. अपना विचार रखते हुए रामदेव ने कहा कि देश में वैचारिक संकट सबसे बड़ी चुनौती है. क्योंकि भारत की आत्मा और इंडिया की सोच में फिलहाल अंतर दिख रहा है.
सीएम @ChouhanShivraj ने निनोरा, उज्जैन में #विचार_महाकुंभ के दूसरे दिन 'कृषि और कुटीर कुम्भ' सत्र को संबोधित किया। pic.twitter.com/7gUXzfWmWi
— CMO Madhya Pradesh (@CMMadhyaPradesh) May 13, 2016
स्वदेशी कपड़े पहनने की अपील
विदेशी कंपनियों पर हमला करते हुए बाबा ने कहा कि ये कंपनियां विकृत विचार से भारत आती है और फिर उसे घर-घर तक पहुंचाने की कोशिश करती है. योग गुरु ने लोगों से देसी चीजों को अपनाने की अपील करते हुए कहा कि इसी में देश का भला होगा और लोगों को राजगार मिलेगा. उन्होंने कहा कि लोग देश में बने खाने-पीने की चीजों के अलावे कपड़े और जूते भी स्वदेशी अपनाएं.
खचाखच भरे हाल में देसी विदेशी साधुओं, गुरुओं, और साधकों को स्वामी रामदेव ने योग और ध्यान के गुर भी सिखाए. रामदेव ने मंच से गौरक्षा के लिए 500 करोड़ की लागत से मध्य प्रदेश में गौअनुसंधान केंद्र बनाने की घोषणा करके वाहवाही भी लूट ली. स्वामी रामदेव के समर्थन में आरएसएस के नेता भैयाजी जोशी आए, जिन्होंने देश में बढ़ते जल संकट के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार ठहराया. भैयाजी ने कहा कि सरकार को प्राचीन परंपराओं को ध्यान में रखकर नीति बनानी चाहिए.
विचार मंच से सीएम शिवराज सिंह का तारीफ करते हुए बाबा ने कहा कि ये जो कहते हैं वही करते हैं. हम दोनों किसान के घर में पैदा हुए हैं, दोनों जमीन से जुड़े हुए हैं और दोनों ने खेतों में हल चलाए हैं.