कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डीके शिवकुमार को मनी लांड्रिंग के मामले में 14 दिन की पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. हालांकि डीके शिवकुमार को जेल भेजने से पहले कोर्ट ने उनका पूरा मेडिकल कराने के आदेश दिए हैं.
अगर डॉक्टर अपनी रिपोर्ट में यह बताते हैं कि उनकी स्थिति जेल भेजने लायक नहीं है तो फिर उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट करा दिया जाएगा. मेडिकल के लिए शिवकुमार को आरएमएल अस्पताल ले जाया जाएगा. राउज एवेन्यू कोर्ट बुधवार को डीके शिवकुमार की जमानत अर्जी पर सुनवाई करेगी.
Delhi's Rouse Avenue Court has sent Congress leader DK Shivakumar to judicial custody and ordered that he should be taken to hospital first. If the doctor says DK Shivakumar needs to be admitted to hospital then he can be admitted, else he can be discharged & taken to Tihar jail pic.twitter.com/WSs6RqAImC
— ANI (@ANI) September 17, 2019
मंगलवार को रॉउज एवेन्यू कोर्ट में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शिवकुमार को 14 दिन की पुलिस कस्टडी खत्म होने के बाद पेश किया. ईडी ने कोर्ट के सामने शिवकुमार को पेश करते वक्त दो अर्जी लगाई, जिसमें से एक उनको जेल भेजने की और दूसरी जेल में भी पूछताछ करने की अनुमति को लेकर थी. ईडी ने कहा कि 14 दिन के समय में शिवकुमार की तबियत खराब होने के कारण उनसे पूछताछ पूरी नहीं हो पाई है. इसलिए जेल में भी पूछताछ करना जरूरी है.
ईडी का कहना था कि डीके शिवकुमार को न्यायिक हिरासत में भेज दिया जाए. हम रोज पूछताछ से पहले शिवकुमार को मेडिकल के लिए ले जा रहे थे. उनके स्वास्थ्य संबंधी सारी जरूरतों का ध्यान रखा गया, लेकिन इनकी सेहत की वजह से सही से पूछताछ नहीं कर पाए. हमें अहम सबूतों और गवाहों से इनका आमना-सामना कराना है.
वहीं, डीके शिवकुमार का बचाव करने के लिए पेश हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि ईडी कोर्ट में झूठ कह रही है. ईडी ये सब शिवकुमार का नाम खराब करने के लिए कर रही है, जो भी शिवकुमार ने लेन-देन किया है उसे रिटर्न करते वक्त दिखाया है. शिवकुमार ने टैक्स दिया है तो मनी लांड्रिंग कैसे हो गया. शिवकुमार की तबियत बहुत खराब है. इन्हें किसी भी तरह की कोई पूछताछ करने की इजाजत नहीं दी जाए. हम मांग करते हैं कि शिवकुमार को बेल पर रिहा किया जाएं.
डीके शिवकुमार के लिए पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी और मुकुल रोहतगी ने कोर्ट से गुहार लगाई कि उनकी तबियत खराब है. वो तीन बार अस्पताल में भर्ती हो चुके हैं. 14 तारीख से इनकी छाती में भी दर्द हो रहा है. हमने पिछली बार भी कहा था इनकी तबियत खराब है, लेकिन ईडी ने तब भी इनकी रिमांड ले ली. अब ये कह रहे हैं कि इनकी जांच पूरी नहीं हुई. ईडी ने पूरे 15 दिन गुजार दिए. फिर भी ईडी कह रही है कि पूछताछ नहीं पूरी हुई.