श्रीलंका के मसले पर नाराजगी के चलते डीएमके ने यूपीए सरकार से समर्थन वापस ले लिया है. डीएमके इस कदम से राजनीतिक अनिश्चितता बढ़ गई है.
गड़बड़ा सकता है यूपीए का गणित
लोकसभा में डीएमके के 18 सांसद हैं. इस्तीफा देने से पहले केंद्र सरकार में डीएमके के 1 कैबिनेट मंत्री और 4 राज्यमंत्री थे. डीएमके के सख्त कदम के बाद यूपीए सरकार की मुसीबतें बढ़ती नजर आ रही है.
बातचीत के दरवाजे अभी भी खुले
डीएमके सुप्रीमो करणानिधि ने केंद्र से बातचीत का दरवाजा पूरी तरह से बंद नहीं किया है. करुणानिधि ने केंद्र से कहा है कि वह श्रीलंका के मसले पर वार्ता के लिए अभी भी तैयार है. उन्होंने केंद्र को इसके लिए 2 दिनों का वक्त दिया है.
प्रश्नकाल स्थगित करने की मांग
गंभीर मसले पर चर्चा के लिए करुणानिधि ने डीएमके की आपात बैठक बुलाई. साथ ही डीएमके ने संसद के दोनों सदनों में प्रश्नकाल स्थगित करने का नोटिस दिया है.
डीएमके के रुख पर नजर
'सियासी पंडित' पहले ही ऐसा अनुमान लगा चुके थे कि डीएमके सरकार से मंगलवार को अलग हो सकती है. पहले ऐसा समझा जा रहा था कि डीएमके सरकार को बाहर से समर्थन जारी रख सकती है, पर ऐसा हो न सका.
श्रीलंका के मुद्दे पर करुणानिधि नाराज
करुणानिधि श्रीलंका के बारे में यूएन में रखे गए प्रस्ताव में संशोधन कराने की मांग पर अड़े हुए हैं. श्रीलंका के मुद्दे पर करुणानिधि नाराज हैं और उन्हें मनाने चेन्नई पहुंचे तीन केन्द्रीय मंत्रियों पी. चिदंबरम, गुलाम नबी आजाद और एके एंटनी को करुणानिधि ने लौटा दिया.