महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का मंदिर बनाए जाने से जुड़ा विवाद दिनोंदिन तूल पकड़ता जा रहा है. अब नाथूराम गोडसे की भतीजी ने कहा है कि उनकी मूर्ति न लगाई जाए. उनका कहना है कि इससे नाथूराम के बारे में और भी खराब धारणाएं बनेंगी. 'ताजमहल की जगह बनवा दो गोडसे का मंदिर'
एक अंग्रेजी अखबार को दिए इंटरव्यू में हिमानी सावरकर ने कहा कि इस तरह मूर्ति लगाने से वह किसी 'सुपारी किलर' या आतंकवादी की तरह दिखेंगे, जो वह नहीं हैं. हिमानी वीर सावरकर के भतीजे की पत्नी हैं, जिन पर भी महात्मा गांधी की हत्या का आरोप लगा था. हालांकि बाद में उन पर से आरोप हटा लिए गए थे.
67 वर्षीय हिमानी नाथूराम के सबसे छोटे भाई गोपाल गोडसे की बेटी हैं. उनके पिता को महात्मा गांधी की हत्या के आरोप में 18 साल जेल में काटने पड़े. उनका कहना है कि इस तरह से मूर्ति बनाने और स्थापित करने के विवाद से लोगों में नाथूराम के बारे में सम्मान खत्म हो रहा है.
हिमानी ने अखबार से कहा कि नाथूराम देशभक्त थे, जो अपने किए की सजा भुगतने को तैयार थे. वे कोई 'सुपारी किलर' या आतंकवादी नहीं थे. उन्होंने कहा कि नाथूराम ने गांधी की हत्या क्यों की, इसे समझना होगा और जिन कारणों से उन्होंने यह हत्या की, उसे समझने से इस देश में जिस ढंग से इतिहास पढ़ाया जा रहा है, उसमें बदलाव आ सकता है. लेकिन इस तरह के विवादों से उन कारणों को नहीं समझा जा सकता है.
हिमानी 'अभिनव भारत' नामक संस्था की प्रमुख हैं. इस संस्था पर महाराष्ट्र में बम धमाके का आरोप है. हिमानी का मानना है कि कांग्रेस ने गोडसे को बार-बार इसलिए निशाना बनाया कि वह ब्राह्मण थे. इस तरह से उनकी छवि खराब की गई.
हिमानी कांग्रेस और बीजेपी, दोनों की कई नीतियों की आलोचना करती हैं. उन्होंने भरोसा जताया कि पीएम मोदी गोडसे को वह स्थान दिलाएंगे, जिसके वह हकदार हैं.