राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का कहना है कि भारत में प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बजाए एक महिला की सत्ता है. 'इंडिया टुडे वुमेन समिट' में बीजेपी की तेज तर्रार नेता वसुंधरा राजे अपने पुराने तेवर में नजर आईं. अपने संबोधन के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर निशाना साधते हुए कहा, 'क्या आपको लगता है कि एक पुरुष भारत को चला रहा है.'
इसके अलावा समाज में महिलाओं के प्रति होने वाले भेदभाव पर वसुंधरा राजे ने कहा कि समाज सरस्वती, दुर्गा और लक्ष्मी की बात तो करता है, लेकिन अब भी कार्यक्षेत्र में महिलाओं को बराबरी का दर्जा हासिल नहीं है. उन्होंने कहा, 'महिलाओं को दोहरी मेहनत करनी पड़ती है. मुझे भी यह करना पड़ा था.'
राजे ने कहा कि लोगों को अब यह गंभीरत से समझना होगा कि आज की महिलाएं जानती हैं कि उन्हें क्या चाहिए. उन्होंने कहा, 'जो महिलाएं दरवाजे के पीछे छिपकर या खिड़कियों से झांककर देखती थीं अब वो गांव के चौक और शहरों की सड़कों पर उतर आईं हैं.'
इस मौके पर वसुंधरा राजे अपने प्रतिद्वंदी और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधने से नहीं चूंकी. उन्होंने कहा, 'अशोक गहलोत राजस्थान में जहां कहीं भी भाषण देते हैं, मेरे बारे में कम से कम 20 मिनट तक जरूर बोलते हैं. मुझे बुरा नहीं लगता. राजस्थान के लोग जानते हैं कि मैं कौन हूं.'
वसुंधरा राजे के मुताबिक, 'लोग कहते हैं कि मैं जब सत्ता में नहीं होती हूं तो भारत में भी नहीं होती हूं. मैं सब जगह घूमती हूं और मैं हमेशा से ऐसी ही हूं. लेकिन इससे मेरे काम में कभी कोई रुकावट नहीं आई. जब गहलोत सत्ता में नहीं होते हैं तो वे कभी राजस्थान को अपना समय नहीं देते हैं. अगर मुझे अपनी लग्जरी से प्यार है तो गहलोत के पास क्या बहाना है.'
वसुंधरा राजे का कहना है कि जब उन्हें लोगों की बातें पसंद नहीं आती हैं तो वे अपना चश्मा उतार लेती हैं. उनके मुताबिक, 'जब मुझे यह पसंद नहीं आता है कि लोग मेरे बारे में क्या बात कर रहे हैं तो मैं अपना चश्मा उतार लेती हूं, ताकि वे मुझे दिखाई न दें. और जब मैं उन्हें देख नहीं पाती हूं तो वे मुझे सुनाई भी नहीं देते हैं.