पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और डॉक्टरों के बीच चल रहा विवाद अभी तक थमा नहीं है. इस बीच शनिवार शाम 6 बजे ममता बनर्जी प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इससे पहले ममता बनर्जी ने आपात बैठक बुलाई. इस बैठक में एडिश्नल चीफ सेक्रेटरी (स्वास्थ्य) राजीव सिन्हा भी पहुंचे.
इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार नकारात्मक नहीं है और न ही अब तक कोई नकारात्मक कदम उठाया है. उन्होंने इस समस्या के समाधान को लेकर लगातार सक्रिय प्रयास किया. उन्होंने कहा कि वार्ता के लिए हमारे दरवाजे हमेशा खुले हैं. केंद्र सरकार द्वारा एडवाइजरी जारी किए जाने के बाद यह माहौल बदला नजर आ रहा है. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सक्रिय नजर आ रही हैं. दीदी ने डॉक्टरों को चिट्ठी लिखकर हड़ताल समाप्त करने की मार्मिक अपील की.
इसके जवाब में डॉक्टरों ने मांगों की नई लिस्ट जारी कर दी, डॉक्टरोें ने मुख्यमंत्री ममता से माफी समेत 6 मांगों पर अड़े हैं. पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी ठप चल रही है. हड़ताल के दौरान प्रदेश के लगभग 300 डॉक्टरों ने नौकरी से इस्तीफा दे दिया है.
कोलकाता के एनआरएस अस्पताल में मरीज की मौत के बाद डॉक्टरों के साथ मारपीट हुई थी. इससे आक्रोशित डॉक्टर हड़ताल पर चले गए. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डॉक्टरों से सख्त लहजे में काम पर लौटने को कहा और अन्यथा की स्थिति में हॉस्टल खाली कराने के साथ ही कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी. इससे डॉक्टर और आक्रोशित हो गए.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने ममता से हड़ताल समाप्त कराने की अपील करते हुए अपील की थी कि इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न न बनाएं. हर्षवर्धन ने मुख्यमंत्री से डॉक्टरों को सुरक्षित माहौल उपलब्ध कराने का अनुरोध करते हुए डॉक्टरों से हड़ताल समाप्त करने की अपील की थी.