हड़ताल बन गई जानलेवा. हड़ताल करने वाले वो थे, जिन पर लोगों की जान बचाने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन यही डॉक्टर हड़ताल चले गए, तो मरीजों की हालात बिगड़ती चली गई.
राजस्थान के जोधपुर में इसी हड़ताल की वजह से चौदह बच्चों की जान चली गई जिन्हें वक्त पर इलाज नहीं मिला. पूरे राजस्थान में आजकल सरकारी मेडिकल कॉलेजों में डॉक्टर हड़ताल पर हैं. जयपुर समेत कोटा, बीकानेर, उदयपुर के मेडिकल कॉलेजों में रेजिडेंट डॉक्टरों ने हड़ताल कर रखी है.
जोधपुर में शनिवार को मरीजों और डॉक्टरों के बीच झगड़े के बाद हालात बिगड़ गए, जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा.
रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल में आज से सीनियर डॉक्टर भी शामिल हो गए हैं, जिसके बाद हालात बिगड़ते दिख रहे हैं. हालांकि सरकार कह रही है कि उसने दूसरे अस्पतालों से डॉक्टर बुला लिए हैं.