देश में असहिष्णुता को सरकार का विरोध करने वालों पर केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के बयान के बाद सियासी घमासान तेज हो गया है. साथ ही पेरिस की घटना पर यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान के बयान का भी विरोध हो रहा है. कांग्रेस ने सवाल उठाते हुए कहा कि वीके सिंह यह बताएं कि क्या दलाई लामा को भी पैसे दिए गए हैं?
कांग्रेस नेता अजय माकन ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दोनों नेताओं के बयानों पर एतराज जताया और कहा कि दोनों एक-दूसरे की बातों को आगे बढ़ा रहे हैं, लेकिन इनकी पार्टियां उनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं ले रहीं, इसका मतलब है कि पार्टी का रुख भी यही है.
मंत्री पद से हटाए जाएं वीके सिंह और आजम
वीके सिंह ने अपने बयान में कहा था कि असहिष्णुता के नाम पर पैसे देकर सरकार का विरोध कराया जा रहा है. इस पर माकन ने पलटवार करते हुए कहा कि वीके सिंह यह बताएं कि किसको पैसे दिए गए या किसने पैसे लिए. साथ ही यह भी बताएं कि क्या तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को भी पैसे दिए गए थे? उन्होंने कहा कि आजम खान और वीके सिंह को मंत्री पद से हटा दिया जाना चाहिए.
महंगाई को लेकर भी सरकार पर निशाना
केंद्र सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए माकन ने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि की गई जबकि कच्चे तेल की कीमतें 60 फीसदी तक कम हुई हैं. सरकार ने रेल किराया बढ़ा दिया, स्वच्छता टैक्स लगा दिया.
कांग्रेस नेताओं के बयान से किनारा
कश्मीर के मसले पर उन्होंने कहा कि भारत का रुख हमेशा इस बात पर साफ है कि पाकिस्तान को हमारे अंदरूनी मामलों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान से पल्ला झाड़ते हुए उन्होंने कहा कि उनका बयान निजी है. पार्टी का उससे कोई लेना-देना नहीं है. उन्हें सोच-समझकर बयान देना चाहिए. वहीं सलमान खुर्शीद के बयान के संबंध में उन्होंने कहा कि पार्टी पहले उनके बयान को देखेगी बाद में कोई प्रतिक्रिया देगी.