डोकलाम विवाद के बाद अब जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में भी चीनी सेना अपनी गतिविधियां बढ़ाने लगी है. चीन ने तिब्बत में सेना का जमावड़ा बढ़ा दिया है, इससे सीमावर्ती इलाके में तनाव बढ़ गया है.
पिछले साल जम्मू-कश्मीर के लद्दाख क्षेत्र में चीनी सेना की ओर से घुसपैठ की कई बार कोशिश की गई थी और इस साल उसने यहां पर अपनी सैन्य ताकत बढ़ानी शुरू कर दी है.
लद्दाख के सीमावर्ती इलाकों में रहने वालों का आरोप है कि चीनी सेना की बढ़ती हरकत को देखते हुए भी भारत सरकार की ओर से कुछ नहीं किया जा रहा और वह उसे लगातार नजरअंदाज कर रही है.
स्थानीय लोग भारत सरकार के रवैये से बेहद नाराज हैं. उनकी शिकायत है कि भारत और चीन की सीमा के बीच लाइन ऑफ एक्चूएल कंट्रोल (एलएसी) पर पड़ोसी मुल्क को जवाब देने के बजाए चरवाहों को ही अपने इलाके में ही जाने से ही भारतीय सेना रोक रही है.
लद्दाख ऑटोनॉमस हिल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एलएएचडीसी) केंद्र में सत्तारुढ़ भाजपा की सहयोगी है, के मुख्य कार्यकारी डॉक्टर ईएसएस क्रिस्टोफर भी मानते हैं कि केंद्र सरकार और रक्षा मंत्रालय को इस मामले पर विशेष पर कदम उठाने चाहिए. चीन लगातार सीमावर्ती इलाकों में कई सरकारी काम को रोककर दादागिरी दिखता है.
भारत के खिलाफ चीन की गतिविधियां पिछले कुछ सालों में काफी बढ़ गई है, उसकी कोशिश है कि भारत को चारों तरफ से घेरा जाए और भारतीय क्षेत्रों को अपने कब्जे में लिया जाए.