डोकलाम पर चीन की सीनाजोरी बढ़ गई है. डोकलाम में पक्के निर्माण के बाद चीन अब वहां हेलीपैड भी बना रहा है. रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि भारतीय और चीनी सैनिकों ने डोकलाम में गतिरोध स्थल से दूर फिर से अपनी तैनाती की है. चीन ने वहां सेना के जवानों के लिए हेलीपैड और संतरी चौकियों का निर्माण किया है.
रक्षा मंत्री ने लोकसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में कहा कि 2017 में बने रहे गतिरोध के समाप्त होने के बाद दोनों पक्षों के जवानों ने खुद को गतिरोध स्थल में अपनी अपनी स्थितियों से दूर फिर से तैनात किया है. हालांकि दोनों पक्षों की संख्या कम हो गयी है.
उन्होंने कहा कि सर्दियों में भी ये सैनिक बने रहें, इसके लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने संतरी चौकियों, खंदकों और हैलीपैड समेत कुछ बुनियादी ढांचों का निर्माण किया है.
रक्षा राज्यमंत्री सुभाष भामरे ने पिछले सप्ताह कहा था कि चीन के साथ भारत की सीमा पर हालात संवेदनशील है और इसके गहराने की आशंका है.
इधर डोकलाम विवाद के बाद भारत-चीन सरहद की निगरानी करने वाली ITBP ने भी अपनी सक्रियता अलग-अलग जगहों पर काफी बढ़ा दी है. आपको बता दें कि पिछले साल जिस तरीके से चीन ने भारत-चीन सीमा के अलग-अलग सेक्टर में कई बार घुसपैठ करने की कोशिश की, उसका तीखा जवाब ITBP की तरफ से दिया गया. ITBP ने जहां कई जगह चीन के निर्माण कार्य को रोका तो दूसरी तरफ प्योंगिंग के इलाके में चीन की तरफ से की जा रही कार्रवाई का जवाब भी आईटीबीपी के जवानों ने दिया.
आपको बताते चलें कि चीन ने अपनी सेना के रक्षा बजट में इस साल 8.1 प्रतिशत की वृद्धि की है. चीन का रक्षा बजट अब 175 अरब डॉलर हो गया है. यह भारत के हालिया रक्षा बजट का तीन गुना है. भारत का रक्षा बजट 52.5 अरब डॉलर का है. बजट रिपोर्ट के अनुसार चीन रक्षा बजट को 2018 में 8.1 फीसदी तक बढ़ाएगा. पिछले साल चीन ने इसमें सात प्रतिशत की वृद्धि की थी.
शिन्हुआ ने नेशनल पीपल्स कांग्रेस (एनपीसी) में पेश किये गए आधिकारिक दस्तावेज के हवाले से कहा कि 2018 का रक्षा बजट 1110 अरब युआन (175 अरब डॉलर) होगा. पिछले साल चीन ने रक्षा खर्च को बढ़ाकर 150.5 अरब डॉलर किया था. चीन, अमेरिका के बाद रक्षा क्षेत्र पर खर्च करने वाला दूसरा सबसे बड़ा देश है. अमेरिका का रक्षा बजट 602.8 अरब डॉलर है.