scorecardresearch
 

'भारत को लेकर चीन-PAK का दोहरा रवैया बर्दाश्त नहीं करेंगे ट्रंप'

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत के प्रति पाकिस्तान या चीन के दोहरे रवैए को पसंद नहीं करते हैं. डोनाल्ड ट्रम्प की कोर टीम के एक सदस्य ने बताया है कि ट्रम्प भारत के किसी भी पड़ोसी देश के दोहरे रवैए को बर्दाश्त नहीं करेंगे.

Advertisement
X
अमेरिका के निर्वाचि‍त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प
अमेरिका के निर्वाचि‍त राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प

Advertisement

अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प भारत के प्रति पाकिस्तान या चीन के दोहरे रवैए को पसंद नहीं करते हैं. डोनाल्ड ट्रम्प की कोर टीम के एक सदस्य ने बताया है कि ट्रम्प भारत के किसी भी पड़ोसी देश के दोहरे रवैए को बर्दाश्त नहीं करेंगे. इस तरह यह अब यह साफ हो गया है कि पाकिस्तान को ट्रम्प की तरफ से किसी नरम व्यवहार की उम्मीद नहीं करनी चाहिए. रिपब्ल‍िकन हिंदू कोएलिशन (RHC)के संस्थापक और अध्यक्ष ट्रम्प के विश्वसनीय सहयोगी शलभ कुमार ने यह भी कहा कि ट्रम्प भारत-पाक दोस्ती का समर्थन करेंगे.

शलभ ने कहा, 'निर्वाचित राष्ट्रपति ने यह नीति तो बहुत साफ कर दी है कि वह भारत के किसी भी पड़ोसी देश के दोहरे रवैए को बर्दाश्त नहीं करने वाले हैं.' गौरतलब है कि एक तरफ पाकिस्तान और चीन आतंकी संगठनों का समर्थन करते रहे हैं और दूसरी तरफ भारत से दोस्ती की बात भी करते हैं. भारत में तो पूरा आतंकवाद ही पाकिस्तान में चल रहे आतंकी संगठनों की देन है, लेकिन पाक इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा. अब उम्मीद है कि ट्रम्प इस मामले में पाकिस्तान के साथ कुछ सख्ती दिखाएंगे.

 निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से पिछले महीने मुलाकात के बाद भी शलभ कुमार ने बताया था कि डोनाल्ड ट्रम्प भारत और पाकिस्तान के बीच 'ग्रेटर फ्रेंडश‍िप' का समर्थन करेंगे. शलभ कुमार भारतीय मूल के अमेरिकी उद्यमी है और ट्रम्प के करीबी हैं. उन्होंने ट्रम्प से भारत-पाकिस्तान रिश्ते, भारत-अमेरिका व्यापार, चीन जैसे कई मसलों पर बात की थी. ट्रम्प के पक्ष में हिंदुओं का समर्थन जुटाने वाले शलभ कुमार को ट्रांजिशन फाइनेंस ऐंड इनागुरेशन कमेटी का सदस्य बनाया गया है. उन्होंने बताया था कि ट्रम्प प्रशासन भारत के साथ अच्छे रिश्ते रखना चाहता है. उन्होंने कहा था कि ट्रम्प पाकिस्तान के साथ बहुत सपाट रिश्ते रखेंगे. वह यह बात अच्छी तरह से जानते हैं कि आतंकवाद भारत के लिए एक बड़ी चिंता है और वह पाकिस्तान को यह समझा सकते हैं कि वह सही दिशा में आगे बढ़कर भारत के साथ दोस्ती करे.

Advertisement


Advertisement
Advertisement