बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने संसद की कार्यवाही बाधित करने के मुद्दे पर रविवार को कांग्रेस को आड़े हाथ लिया. उन्होंने आंध्र प्रदेश में एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस संसद को 'राजनीतिक हित साधने' के मंच के तौर पर इस्तेमाल न करे.
बीजेपी की प्रदेश इकाई की ओर से राजामहेंद्रवरम में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए शाह ने कहा, 'यदि आप राजनीति करना चाहते हैं तो चुनावी लड़ाई के लिए कोई राज्य चुन लें. बीजेपी चुनौती कबूल करने के लिए तैयार है.' उन्होंने आगे कहा, 'संसद वाद-विवाद के लिए है या नारेबाजी के लिए? यह विकास के लिए है या राजनीतिक हित साधने के लिए.'
I want to ask my Congress friends what are they doing in the Parliament- BJP President Amit Shah in Andhra Pradesh pic.twitter.com/aiarGJy7rL
— ANI (@ANI_news) March 6, 2016
शाह ने कहा, 'यदि आपको राजनीतिक हित साधने हैं तो चुनावी अखाड़े में आएं. बीजेपी कार्यकर्ता किसी से नहीं डरते. दो-दो हाथ कर लेंगे.' उन्होंने कांग्रेस से कहा कि वह संसद को विकास का फोरम रहने दें. उन्होंने कहा कि संसद को ऐसा मंच बनाएं जिससे देश की प्रतिष्ठा बढ़ती हो.'
BJP President Amit Shah arrives in Rajahmundry (Andhra Pradesh) to address a rally pic.twitter.com/wTlMXrtGUz
— ANI (@ANI_news) March 6, 2016
'क्या जेएनयू के नारे अभिव्यक्ति की आजादी है?'
जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी को अभिव्यक्ति की आजादी करार देने के लिए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को आड़े हाथ लेते हुए शाह ने सभा में मौजूद लोगों से पूछा, 'क्या भारत तेरे टुकड़े होंगे.. भारत तेरी बर्बादी तक जंग रहेगी जैसे नारे अभिव्यक्ति की आजादी करार दिए जा सकते हैं. यह अभिव्यक्ति की आजादी है या देशद्रोह?' शाह ने कहा, 'देश की सीमा को पूरी तरह सुरक्षित रखना एनडीए सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धियों में से एक रही है. आज सीमा पर कोई हमारे जवानों का गला काटकर नहीं ले जा सकता. वे जानते हैं कि अब नरेंद्र मोदी की सरकार है जो भारत में शासन कर रही है.'