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पुलिस औऱ अपराधियों की सांठगांठ का खौफनाक खुलासा

पुलिस का मतलब क्या होता है. हिफाजत? सुरक्षा की गारंटी? लेकिन, दिल्ली और हरियाणा पुलिस का जो चेहरा सामने आया है, वो इसके ठीक उलट है. आजतक की एस आई टी टीम ने पुलिस औऱ अपराधियों की सांठगांठ का ऐसा खौफनाक खुलासा किया है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे.

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पुलिस का मतलब क्या होता है. हिफाजत? सुरक्षा की गारंटी? लेकिन, दिल्ली और हरियाणा पुलिस का जो चेहरा सामने आया है, वो इसके ठीक उलट है. आजतक की एस आई टी टीम ने पुलिस औऱ अपराधियों की सांठगांठ का ऐसा खौफनाक खुलासा किया है, जिसे जानकर आप दंग रह जाएंगे. आपके लिए आपके साथ सदैव. दिल्ली पुलिस का वादा भी और दावा भी. वर्दी वाले कसमें खाते हैं आपकी और हमारी हिफाज़त की. सदैव साथ निभाने का. पर कुछ पुलिस वालों ने इन कसमों के मायने बदल दिए हैं. साथ निभाने का वादा करते हैं कातिलों का, गुनहगारों का. 


पैसे से मिलता है कत्ल का लाइसेंस!
चौंकिये मत. क्योंकि, अगर कोई कत्ल करना चहाता है तो उसे सिर्फ दिल्ली पुलिस के चंद भेदियों की मुट्ठी गरम करनी होगी और बदले में उसे हासिल होगा लाइसेंस टू किल. जी हां कत्ल का लाइसेंस.

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दिल्ली पुलिस के कुछ दाग़ियों के इस खौफनाक चेहरे से पर्दा तब उठा जब गाज़िबाद में पिछले साल दो बेगुनाहों को एक माफिया गिरोह ने सरेआम गोलियों से भून दिया. बीच सड़क पर, भरी दुपहरी में. केस तो दर्ज हुआ, आरोपियों के खिलाफ कत्ल की धाराएं भी लगीं. पर गाज़ियाबाद पुलिस की मुश्किल ये थी कि आखिर पूछताछ करें तो किससे. क्योंकि मौके पर दिखाए गए सभी के सभी दस आरोपी दिल्ली और फरीदाबाद के अलग अलग थानों में कैद थे. 


दिन दहाड़े हवालात से छूट कर हत्या, और फिर वापस हवालात में
सवाल यही कि एक ही शख्स एक ही वक्त दो अलग अलग जगहों पर कैसे मौजूद हो सकता है. जी हां जो पहले से ही दिल्ली और फरीदाबाद के थानों में बंद हो वो गाज़ियाबाद में मौके पर पहुंच कर इतने सनसनीखेज़ हत्या कांड को कैसे अंजमा दे सकता है. कहीं ऐसा तो नहीं कि दिल्ली में चंद वर्दीवाले इन कातिलों से मिले थे और इस दोहरे कत्ल को अंजाम देने के लिए हवालात से मौका-ए-वारदात पर जाने की छूट दे दी. अब तक तो आपने ऐसी कहानी सिर्फ फिल्मों में देखी होगी. पर क्या ये हक़ीकत में भी मुमकिन है. क्या कोई दिन दहाड़े हवालात से छूट कर हत्या करे और फिर वापस हवालात में आ जाए. 

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जांच की कड़ियां जब सुलझनी शुरु हुई तो दिल्ली पुलिस के कई दाग़ी चेहरे बेनक़ाब होते गए. एक के बाद एक दस वर्दी वालों की करतूत सामने आ गई. जान लीजिये इन दागियों के नाम क्योंकि इनकी काली करतूत किसी को भी शर्मसार कर देंगी. 


दागियों के नाम
दिल्ली पुलिसः एएसआई दिनेश, हेड कान्सटेबल गोविंद, कान्सटेबल समरजीत, कान्सटेबल शिव कुमार, कान्सटेबल हरिप्रकाश
हरियाणा पुलिसः एसआई कन्हैया लाल, हेड कान्स्टेबल नौरंग, कान्सटेबल नवीन, कान्सटेबल दयानंद और हेड कांन्सटेबल मोहर सिंह
 
जाहिर है ख़ून की ये साज़िश जितनी हैरत अंगेज़ है उतनी ही शर्मनाक भी.

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