डीयू से बीए हिस्ट्री ऑनर्स करने जा रहे छात्रों के लिए बुरी खबर. यूनिवर्सिटी ने कोर्स से संयुक्त राज्य अमेरिका (यूएसए) का इतिहास का पेपर हटा दिया है. साथ ही यूएसएसआर और अफ्रीका के इतिहास के ऑप्शनल पेपर भी कोर्स से हटा दिए गए हैं.
कोर्स के टीचर्स का कहना है कि इतना अहम निर्णय लेने से पहले उनसे सलाह-मशविरा भी नहीं किया गया. ये काफी पॉपुलर और महत्वपूर्ण विषय हैं, इसलिए हम चाहते थे कि कम से कम एक सेमिस्टर में तो ये रहें. पुराने कोर्स की तुलना में नया कोर्स काफी कमजोर है.
गौर करने वाली बात ये है कि यूनिवर्सिटी ने सिलेबस में ईस्ट एशिया (चीन और जापान) के इतिहास को बनाए रखा है. मॉडर्न कोरिया के विषय को भी प्रजेंटेशन के लिए कोर्स में शामिल कर लिया गया है.
अमेरिका का इतिहास पढ़ाने वाले एक प्रोफेसर ने नाम ना बताए जाने की शर्त पर कहा, 'इतिहास के छात्रों के बीच ऑप्शनल पेपर के तौर पर यूएसए का इतिहास सबसे ज्यादा पॉपुलर रहा है. साथ ही यूएसए और यूएसएसआर (यूनियन ऑफ सोवियत सोशलिस्ट रिपब्लिक्स) जैसे विषय छात्रों को 'इंटरनेशनल अफेयर्स' में मास्टर्स करने में मदद करते हैं.
इन पेपर्स को कोर्स से हटाए जाने की वजह अभी तक अस्पष्ट है. टीचर्स का कहना है कि इन पेपर्स के हटने से छात्रों को नुकसान होगा.