हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में खनन माफिया ने एक और आईएएस ऑफिसर को ट्रैक्टर ट्रॉली से कुचलने का प्रयास किया. नालागढ़ के एसडीएम यूनुस खान इस हमले में बाल-बाल बच गए. इस मामले में पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने गुरुवार को बताया कि नालागढ़ के एसडीएम यूनुस पर शिमला से 140 किलोमीटर दूर नालागढ़-रोपड़ रोड पर स्थित सिरसा पुल पर हमला किया गया. यूनुस उत्तर प्रदेश में रेत माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने वाली निलंबित एसडीएम दुर्गाशक्ति नागपाल के बैच के आईएएस अधिकारी हैं.
पुलिस ने बताया कि यूनुस के उड़न दस्ते के वाहन को अवैध रूप से खनन कर ले जाये जा रहे पत्थर से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली ने तीन-चार बार टक्कर मारी. इसके बाद ट्रैक्टर चालक ने ट्रॉली की सामग्री वाहन पर गिराने का प्रयास किया. यद्यपि ट्रॉली की सामग्री यूनुस के वाहन पर नहीं गिरी.
पुलिस अधीक्षक एस अरल ने कहा, ‘एसडीएम बुधवार शाम अवैध खनन रोकने के लिए अन्य अधिकारियों के साथ घटनास्थल पर गए थे. जब उन्होंने बजरी और बालू लदे दो वाहनों को देखा तो उन्होंने उन्हें रकने का इशारा किया. उनमें से एक वाहन उनकी ओर बढ़ने लगा और उनके वाहन को टक्कर मारने का प्रयास किया.’
इस मामले पर हिमाचल सरकार ने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि इस तरह की कोई भी हरकत बर्दाश्त नहीं की जाएगी. राज्य में अवैध खनन के खिलाफ मुहिम में लगे सरकारी अधिकारियों को सरकार पूरा संरक्षण देगी. साथ ही हिमाचल सरकार में उद्योग मंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने बताया कि राज्य में एक स्पेशल स्क्वॉड बना कर खनन और दूसरे अवैध कामों में लगे लोगों के खिलाफ सख्त मुहिम शुरू की जाएगी.
गौरतलब है कि नालागढ़ के एसडीएम यूनुस खान ने पिछले 6 महीनों में अवैध खनन में लगे लोगों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. आरोपी ट्रैक्टर चालक घटना के बाद मौके से फरार हो गया था लेकिन बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
जिला उपायुक्त सोलन मदन चौहान ने भी माना की नालागढ़ में खनन माफिया काफी हावी है लेकिन नालागढ़ के एसडीएम यूनुस खान पूरी मुस्तैदी के साथ खनन माफिया पर शिकंजा कसने की कोशिश में जुटे हैं. बौखलाहट में खनन माफिया अब अधिकारियों पर हमले करने से भी गुरेज नहीं कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि यूनुस खान पर धर्म की आड़ में भी कई आरोप लगाने की कोशिश हो चुकी है. लेकिन अब खनन माफियाओं को बख्शा नहीं जाएगा.