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2 अक्टूबर तक पूर्वी दिल्ली होगी खुले में शौच मुक्त

मेयर के मुताबिक निगम ने जो तैयारियां की हैं उसके तहत ईस्ट एमसीडी के अंतर्गत आने वाले आरडब्ल्यूए, एनजीओ, मार्केट एसोसिएशन और निगम पार्षदों को भी खुले में शौच से मुक्त होने के अभियान के प्रोटोकॉल के संबंध में जानकारी दी जा रही है.

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ईस्ट एमसीडी के अंतर्गत आने वाले आरडब्ल्यूए, एनजीओ, मार्केट एसोसिएशन और निगम पार्षदों को भी खुले म
ईस्ट एमसीडी के अंतर्गत आने वाले आरडब्ल्यूए, एनजीओ, मार्केट एसोसिएशन और निगम पार्षदों को भी खुले म

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पूर्वी दिल्ली की मेयर नीमा भगत ने गुरुवार को घोषणा की है कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के सभी वार्डों को खुले में शौच से मुक्त बनाने की पूरी तैयारी कर ली गई है और आने वाले 2 अक्टूबर तक पूर्वी दिल्ली के सभी 64 वार्डों को खुले में शौच से मुक्त घोषित कर दिया जाएगा.

मेयर के मुताबिक निगम ने जो तैयारियां की हैं उसके तहत ईस्ट एमसीडी के अंतर्गत आने वाले आरडब्ल्यूए, एनजीओ, मार्केट एसोसिएशन और निगम पार्षदों को भी खुले में शौच से मुक्त होने के अभियान के प्रोटोकॉल के संबंध में जानकारी दी जा रही है.

इसके अलावा सभी स्कूलों के प्रिंसिपलों को खुले में शौच से मुक्त होने के महत्व के संबंध में जानकारी देकर संवेदनशील बनाने के साथ ही सभी निगम विद्यालयों का दौरा करने के लिए विभिन्न टीमें भी गठित की गई है. मेयर के मुताबिक ज्यादातर प्रिंसिपलों, टीचरों और छात्रों ने बताया है कि वो खुद या उनके घर में कोई भी व्यक्ति खुले में शौच नहीं जाता.

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ईस्ट एमसीडी कमिश्नर डॉ. मोहनजीत सिंह ने बताया कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम के अधिकार क्षेत्र में जिनके पास निजी शौचालय नहीं है उनके लिए उनके घर से 500 मीटर के दायरे में पर्याप्त सामुदायिक शौचालय की व्यवस्था की गई है जो कि खुले में शौच से मुक्त करने के सभी मानको को पूरा करता है. इसके अलावा खुले में शौच से मुक्त बनाने की तैयारी के तहत ऐसे इलाकों की पहचान भी कर ली गई है जहां लोग खुले में शौच जाते हैं.

कमिश्नर के मुताबिक इन इलाकों में वालंटियरों के माध्यम से खुले में शौच जाने से लोगों को रोका जा रहा है और इसके नुकसान के बारे में लोगों को बताया जा रहा है. खुले में शौच न करने व स्वास्थ्य लाभ की जानकारी के लिए ईस्ट एमसीडी रेडियो जिंगल, होर्डिंग, पोस्टर और बिल बोर्ड्स के माध्यम से लोगों को जागरूक भी कर रही है.

कमिश्नर ने बताया कि खुले में शौच जाने वाले इलाकों में नागरिकों की आदत में बदलाव लाने के लिए एनजीओ को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वो उन नागरिकों को समझाएं जो अभी भी शौचालय के महत्व को नहीं समझते हैं. आपको बता दें कि ईस्ट एमसीडी ने अपने 61 वार्डों को पहले ही खुले में शौचमुक्त घोषित कर दिया था.

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