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सेना प्रमुख नहीं बनाए जाने के बाद रक्षा मंत्री से मिले लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी

फिलहाल ले. जनरल बख्शी और रक्षा मंत्री के बीच बैठक का मकसद स्पष्ट नहीं किया गया, हालांकि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ले. जनरल बख्शी को भारत के डिफेंस स्टाफ का पहला अध्यक्ष बनाया जा सकता है.

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पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी
पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी

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पूर्वी सेना कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रवीण बख्शी ने बुधवार को रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर से नई दिल्ली में मुलाकात की. लेफ्टिनेंट जनरल बिपिन रावत को सेना प्रमुख बनाए जाने के ऐलान के बाद रक्षा मंत्री से यह ले. जनरल बख्शी की पहली मुलाकात थी, दोनों की यह बैठक करीब 25 मिनट तक चली. गौरतलब है कि लेफ्टिनेंट जनरल पी. बख्शी और दक्षिणी सेना कमांडर ले. जनरल पीएम हारिज ले. जनरल रावत से वरिष्ठ हैं और आम तौर पर सेना प्रमुख की नियुक्ति वरिष्ठता के आधार पर ही की जाती है.

फिलहाल ले. जनरल बख्शी और रक्षा मंत्री के बीच बैठक का मकसद स्पष्ट नहीं किया गया, हालांकि ऐसी संभावना जताई जा रही है कि ले. जनरल बख्शी को भारत के डिफेंस स्टाफ का पहला अध्यक्ष बनाया जा सकता है. अगर ले. जनरल बख्शी को डिफेंस स्टाफ का पहला अध्यक्ष नहीं बनाया गया, तो उनके पास दो विकल्प बचते हैं, वे अपने पद से इस्तीफा दें या फिर ले. जनरल रावत के अधीन काम करें.

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डिफेंस स्टाफ के अध्यक्ष पद पर कई वर्षों से चर्चा की जा रही है, लेकिन अब तक किसी की भी इस पद पर नियुक्ति नहीं की गई है. वरिष्ठता को नजरअंदाज कर सेना प्रमुख के तौर पर ले. जनरल बिपिन रावत की नियुक्ति का विपक्षी दलों ने विरोध किया था. इस पर सरकार की ओर से कहा गया था कि मौजूदा वक्त की चुनौतियों को देखते हुए सेना प्रमुख की नियुक्ति की गई है.

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