अब तक अगर आप हाई-वे पर गलती से टोल क्रॉस कर लेते थे, तो आपको एक फिक्स टोल देना ही होता था. चाहे आपने दूरी कितनी भी तय की हो या फिर न की हो. लेकिन ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे देश का ऐसा पहला एक्सप्रेस-वे होगा, जहां वाहनों से उनकी तय दूरी के बराबर ही टोल वसूला जाएगा.
मसलन किसी कार ने 10 किलोमीटर की दूरी तय की, तो उससे 10 किलोमीटर का ही टोल लिया जाएगा.
इस तरह जो जितनी दूरी तक यात्रा करेगा, उसे उतना ही टोल देना होगा, जबकि नेशनल हाई-वे पर टोल प्लाजा का रेट फिक्स होता है. यह पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे नॉर्मल हाई-वे नहीं है. लिहाजा इसका टोल रेट भी नॉर्मल हाई-वे से ज्यादा है.
ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे के प्रोजेक्ट डायरेक्टर आशीष जैन ने बताया कि 14 और 15 जून की दरम्यानी रात 12 बजे से ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर टोल लिया जाने लगेगा. वाहन जितनी दूरी तय करेंगे, उस हिसाब से टोल वसूला जाएगा.
एक्सप्रेस-वे पर एंट्री करने पर एक स्लिप मिलेगी और डेटा एंटर हो जाएगा. फिर एग्जिट पर तय दूरी के हिसाब से टोल वसूला जाएगा. मालूम हो कि रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबसे हाईटेक ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे को देश को समर्पित किया था.
11 हजार करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुआ ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे कुल 135 किलोमीटर का है. एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने यहां पर रोड शो भी किया था.