चुनाव आयोग ने एक अहम फैसला लेते हुए सरकार से कहा है कि एक अप्रैल से प्रस्तावित गैस मूल्य बढ़ोतरी को चुनाव होने तक टाल दिया जाए. इसे आम आदमी पार्टी के लिए अहम कामयाबी माना जा रहा है. AAP ने ही यह मुद्दा जोर-शोर से उठाया था और चुनाव आयोग से दामों में प्रस्तावित बढ़ोतरी को रोकने की अपील की थी.
AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मुकेश अंबानी और उनकी कंपनी रिलायंस पर संगीन आरोप लगाए थे. माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की ओर से इस कामयाबी का अब जमकर प्रचार किया जाएगा. जाहिर है मुकेश अंबानी चुनाव आयोग के इस फैसले से खुश नहीं होंगे.
चुनाव आयोग ने पेट्रोलियम मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर कहा, 'मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधान है, इसे और अन्य सभी प्रासंगिक तथ्यों को ध्यान में रखते हुए चुनाव आयोग ने यह फैसला लिया है कि (कीमतों में बढ़ोतरी के) इस प्रस्ताव को टाला जा सकता है.'
चुनाव आयोग के फैसले से अरविंद केजरीवाल गदगद हो गए हैं. उन्होंने प्रस्तावित मूल्य बढ़ोतरी से बचाने के लिए चुनाव आयोग को ट्विटर पर शुक्रिया कहा. मोदी को चुनौती देने वाराणसी रवाना हो चुके केजरीवाल ने मोदी और राहुल को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने लिखा कि मोदी और राहुल गैस के दामों में बढ़ोतरी पर अंबानी के साथ हैं और सिर्फ AAP में अंबानी से लोहा लेने की हिम्मत है. इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी लिखा कि मोदी के सत्ता में आने के बाद गैस के दाम 8 नहीं बल्कि 16 डॉलर हो जाएंगे.
Thank u election commission for saving the people of India from huge price rise that wud
have happened if gas prices had increased frm 1 Apr
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 24, 2014
This relief from election commission is only for 2 months till the end of elections
—
Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 24, 2014
After elections, if cong comes to power, gas price wud be 8 dollars. If BJP comes to power,
it wud be 16 dollars. AAP wants 4 dollars
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 24, 2014
Both Modi and Rahul Gandhi support high gas prices for Ambani. Only AAP has the
courage to directly confront Ambani.
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) March 24, 2014
चुनाव आयोग के इस फैसले के बाद यूपीए सरकार के पास कोई रास्ता नहीं बचा है. अब उसे रंगराजन प्राइसिंग फॉर्मूला पर आधारित वह प्रस्ताव टालना ही होगा, जिसके तहत गैस की कीमतें 4.2 डॉलर प्रति मिलियन ब्रिटिश थर्मल यूनिट से बढ़ाकर 8.3 डॉलर की जानी थीं.
रिलायंस पर ही पड़ेगा ज्यादा असर
हालांकि इस स्थगन का 85 फीसदी बनाई और बेची जा रही गैस पर कोई असर नहीं पड़ेगा. ओएनजीसी जैसी कंपनियां मौजूदा कीमतों पर ही ईंधन बेचना जारी रखेंगी.
इसका असर सिर्फ रिलायंस इंडस्ट्रीज पर पड़ेगा जो डोमेस्टिक गैस का 15 फीसदी से भी कम प्रोड्यूस करती है. उसका सेल्स कॉन्ट्रैक्ट 31 मार्च को खत्म हो रहा है और
इसे 1 अप्रैल से रीन्यू किया जाना था.
केजरीवाल के आदेश पर दर्ज की गई थी FIR
गैस कीमतों में बढ़ोतरी का आम आदमी पार्टी ने पुरजोर विरोध किया था. AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया था कि मुकेश अंबानी को फायदा पहुंचाने के
लिए जान-बूझ कर गैस की कीमतें बढ़ाई जा रही हैं. इस मामले में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने शीला दीक्षित, पेट्रोलियम मंत्री वीरप्पा मोइली, रिलायंस चेयरमैन
मुकेश अंबानी और पूर्व पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा समेत कई लोगों के खिलाफ एफआईआर के आदेश भी दिए थे.
सीपीआई लीडर गुरुदास दास गुप्ता और एक एनजीओ ने इस प्रस्तावित बढ़ोतरी को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है. मामले पर मंगलवार को सुनवाई होगी.