जेल की हवा खा रही एआईएडीएमके की महासचिव वीके शशिकला को चुनाव आयोग के सवालों का जवाब देना होगा. आयोग ने शशिकला को 10 दिनों का वक़्त दिया है. दरअसल, निर्वाचन आयोग ने ओ. पन्नीरसेल्वम खेमे द्वारा अन्नाद्रमुक की अंतरिम महासचिव के रूप में वीके शशिकला की नियुक्ति को चुनौती देने वाली याचिका पर उनसे जवाब मांगा है.
निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट किया है, यदि वह उत्तर देने में असफल रहती हैं, तो यह मान लिया जाएगा कि उनके पास कहने को कुछ नहीं है और वह उसी आधार पर मामले में कार्रवाई करेगा.
आयोग ने फिलहाल बंगलुरु के पाराप्पना अग्रहारा जेल में बंद शशिकला को नोटिस भेजकर उनसे 28 फरवरी तक जवाब मांगा है. राज्यसभा सदस्य वी. मैत्रेयन के नेतृत्व में पन्नीरसेल्वम खेमे की ओर से 12 सांसदों और 7 नेताओं ने 16 फरवरी को चुनाव आयोग में हाज़िर होकर अपना पक्ष रखा और शशिकला गुट की मनमानी की दलीलें और सबूत पेश किए.
पन्नीरसेल्वम गुट की दलीलों और पेश सबूतों पर आयोग ने शशिकला को शुक्रवार को नोटिस जारी किया. आवेदनों की प्रति शशिकला को भेजते हुए आयोग ने उनसे 28 फरवरी तक जवाब देने को कहा है. गौरतलब है कि शशिकला के विश्वासपात्र और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. के. पलानीस्वामी शनिवार को विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने वाले हैं.