दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में लोकसभा चुनाव की सरगर्मी तेज हो गई है और चुनाव आयोग संभवतः फरवरी के अंत या मार्च में इसकी तारीखों की घोषणा कर देगी.
लोकसभा चुनाव के दौरान देश के 810 मिलियन वोटरों को अपने मताधिकार का स्वतंत्र और निष्पक्ष उपयोग करने में सक्षम बनाने के लिए 11 लाख से अधिक लोगों की तैनाती की जाएगी. इस चुनाव में करीब 15 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का देशभर के कई मतदान केंद्रों पर इस्तेमाल किया जाएगा.
लोकसभा चुनाव कई चरणों में संपन्न किए जाने की उम्मीद है. चुनाव आयोग देश के गर्म राज्यों में मतदान की तारीख संभवतः अप्रैल और मई के पहले हफ्ते में रखेगा. जबकि उत्तरी और पहाड़ी क्षेत्रों में मई के पहले हफ्ते से लेकर बीच मई तक मतदान की तिथि घोषित हो सकती है. हालांकि तारीखों को अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है और चुनाव आयोग इस पर काम कर रहा है.
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने बताया, ‘हम मध्य अप्रैल से मध्य मई तक महीने भर के चुनावी कार्यक्रम पर काम कर रहे हैं.’
वोटों की गिनती का काम 15 मई से 20 मई के बीच होने की उम्मीद है.
गौरलतब है कि 16वीं लोकसभा का गठन 1 जून तक किया जाना है और इसलिए आयोग को चुनाव प्रक्रिया हर हाल में मई के अंत तक समाप्त कर लेना जरूरी है.