चुनाव आयोग ने अगले साल के शुरुआती तीन महीनों में होने वाले पांच राज्यों के विधान सभा चुनावों की तैयारियों का जायजा लेने के लिए संबंधित राज्यों का दौरा करने की शुरुआत कर दी है. आयोग मणिपुर के दौरे पर है. आने वाले सोमवार और मंगलवार को तीनों चुनाव आयुक्त लखनऊ में होंगे.
पांच राज्यों में एक साथ विधान सभा चुनाव
जाहिर है इससे संकेत मिलते हैं कि भले उत्तर प्रदेश विधान सभा का कार्यकाल मई में पूरा हो रहा है, लेकिन आयोग पांचों राज्यों की विधान सभा के चुनाव एक साथ कराने के मूड में है. अगले साल पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा की विधानसभाओं का कार्यकाल मार्च में पूरा हो रहा है, जबकि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल मई तक है.
ऐसे में आयोग का मणिपुर के साथ ही लखनऊ के दौरे पर जाना और वहां के राजनीतिक दलों, मुख्यसचिव, गृह सचिव और अन्य प्रमुख पदाधिकारियों से मीटिंग करना चुनावी तैयारियों की जमीनी शुरुआत तो है ही. मणिपुर पांच राज्यों में पहला है, जहां आयोग पहुंचा है.
तीन बार तैयारियों का जायजा लेता है आयोग
अमूमन राज्य में चुनाव का कार्यक्रम तैयार करने के पहले आयोग कम से कम तीन बार संबंधित राज्य में जाकर तैयारियों का जायजा लेता है. ताकि सुरक्षा बलों की जरूरत, संवेदनशील इलाके, राज्यों के त्यौहार, स्कूलों की छुट्टियां, फसल का सीजन, मौसम की मजबूरी जैसी बुनियादी चुनौतियों का खाका खींच सके और इन सबको ध्यान में रखते हुए चुनावी कार्यक्रम बना सके. ताकि आगे चलकर इसमें फेर बदल की जरूरत ना रहे.
फिलहाल, जिन-जिन राज्यों में चुनाव होने हैं वहां की सरकारों, राज्य चुनाव कार्यालय और सरकारी बाबू होमवर्क में जुट गए हैं.